Auto Expo 2023: चार साल में 2000 करोड़ रुपये निवेश करेगी, किआ इंडिया ने की बड़ी घोषणा, इन क्षेत्रों में किया जाएगा खर्च
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 11, 2023 16:11 IST2023-01-11T16:10:32+5:302023-01-11T16:11:13+5:30
Auto Expo 2023: दक्षिण कोरियाई कंपनी की योजना अगले कुछ साल तक ईवी क्षेत्र में विनिर्माण और ढांचागत विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने की है।

योजना 2025 में यहीं बने उत्पाद पेश करने की है।
Auto Expo 2023: वाहन बनाने वाली कंपनी किआ इंडिया इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी में अपनी उपस्थिति मजबूत करने के लिए अगले चार साल में दो हजार करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। दक्षिण कोरियाई कंपनी की योजना अगले कुछ साल तक ईवी क्षेत्र में विनिर्माण और ढांचागत विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने की है।
The EV9 concept makes it India debut!
— MotorOctane (@MotorOctane) January 11, 2023
Thoughts about the design?#kia#kiaev9#ev9concept#kiaIndia@KiaInd@AEMotorShowpic.twitter.com/nezic3aRpw
कंपनी देश में फिलहाल एकल बैटरी वाले इलेक्ट्रिक मॉडल की बिक्री कर रही है और उसकी योजना 2025 में यहीं बने उत्पाद पेश करने की है। किया वैश्विक रूप से पहले ही 2027 तक 14 बैटरी वाले इलेक्ट्रिक मॉडल चलाने की योजना की घोषणा कर चुकी है।
That’s the Kia KA4 being unveiled at the Expo. Essentially the new Carnival, it gets a different badging for India. @AEMotorShow@KiaInd@businessline#KiaAutoExpo23pic.twitter.com/fQ44kMlUlR
— Muralidhar Swaminathan (@muraliswami) January 11, 2023
बातचीत में किआ इंडिया के उपाध्यक्ष और बिक्री व विपणन प्रमुख हरदीप सिंह बराड़ ने कहा कि आंध्र प्रदेश में स्थित कंपनी का कारखाना इलेक्ट्रिक वाहनों का विनिर्माण करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम 2,000 करोड़ रुपये का निवेश अनुसंधान, विकास, विनिर्माण और ढांचागत विकास पर करेंगे।
सुजुकी मोटर के अध्यक्ष ने कहा, भारत बन सकता है दुनिया का सबसे बड़ा वाहन बाजार
भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वाहन बाजार बनने की क्षमता है और इसमें छोटी कारों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के प्रतिनिधि निदेशक और अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी ने बुधवार को यह बात कही। यहां आयोजित वाहन प्रदर्शनी 2023 से उन्होंने कहा कि कार्बन निरपेक्षता के लिए भारत के सवाल पर सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहन ही समाधान नहीं हैं और कंपनी फ्लेक्स ईंधन, हाइब्रिड और सीएनजी आदि प्रौद्योगिकियों में संभावनाएं तलाशेगी।
सुजुकी ने कहा कि जहां वाहन क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी मुद्दे महत्वपूर्ण हो गए हैं, वहीं यातायात के मूल नियमों का सख्ती से पालन करने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले पर्याप्त ढांचे को विकसित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ''मैं देख सकता हूं कि ऐसा समय आ सकता है जब भारत दुनिया में वाहन बाजार के क्षेत्र में सबसे ऊपर आ जाएगा।
मारुति सुजुकी और सुजुकी समूह के तौर पर हम इस अवसर को भुनाना चाहेंगे।'' हालांकि, उन्होंने भारत के शीर्ष पर पहुंचने का का संभावित समय नहीं बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जब कहता हूं कि भारत शीर्ष पर आ सकता है, तो यह उस दृष्टिकोण से है कि भारत में शीर्ष पर आने की क्षमता है और मैं ऐसी संभावना देखता हूं कि भारत सबसे आगे पहुंच सकता है।’’
भारत 2022 में जापान को पछाड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया। पहले स्थान पर चीन जबकि दूसरे पर अमेरिका है। पिछले दो साल में बिक्री में गिरावट देखने वाली छोटी कारों के भविष्य पर सुजुकी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत में अब भी छोटी कारें महत्वपूर्ण श्रेणी में हैं। भारत की कुल जनसंख्या की तुलना में यहां छोटी कारों की संख्या को देखते हुए कहा जा सकता है कि इन कारों की भविष्य में अच्छी संभावनाएं हैं।''