Atal Pension Yojana: 60 वर्ष की आयु से जीवनभर 1000 से 5000 रुपये की न्यूनतम गारंटी पेंशन, 1.19 करोड़ नए अंशधारक जुड़े, कुल संख्या 5.20 करोड़
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 28, 2023 01:38 PM2023-04-28T13:38:55+5:302023-04-28T13:39:43+5:30
Atal Pension Yojana: मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि 31 मार्च, 2023 तक इस योजना से जुड़े अंशधारकों की कुल संख्या 5.20 करोड़ हो गई।
Atal Pension Yojana: सामाजिक क्षेत्र की ‘अटल पेंशन योजना (एपीवाई)’ से 2022-23 में 1.19 करोड़ से अधिक नए अंशधारक जुड़े हैं जो सालाना आधार पर 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। वित्त मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि 2021-22 में इस योजना से जुड़े वाले नए अंशधारकों की संख्या 99 लाख थी।
मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि 31 मार्च, 2023 तक इस योजना से जुड़े अंशधारकों की कुल संख्या 5.20 करोड़ हो गई। अटल पेंशन योजना के तहत अंशधारक को 60 वर्ष की आयु से जीवनपर्यंत 1,000 से 5,000 रुपये की न्यूनतम गारंटी वाली पेंशन मिलती है और यह उनके द्वारा किए जाने वाले योगदान पर निर्भर करता है।
फरवरी में 13.96 लाख नए अंशधारक ईपीएफओ से जुड़े
सेवानिवृत्ति कोष का प्रबंधन करने वाले निकाय ईपीएफओ के साथ फरवरी 2023 में 13.96 लाख नए अंशधारक जुड़े। बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने फरवरी महीने के अस्थायी पेरोल आंकड़े जारी करते हुए कहा कि इस महीने में जुड़े 13.96 लाख अंशधारकों में से करीब 7.38 लाख सदस्य पहली बार संगठन का हिस्सा बने।
श्रम मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, ईपीएफओ का पहली बार हिस्सा बनने वाले सदस्यों में सर्वाधिक 2.17 लाख की संख्या 18-21 साल के उम्र वाले कर्मचारियों की रही। इसके बाद 1.91 लाख नए अंशधारक 22-25 वर्ष की उम्र के थे। इस तरह 18-25 वर्ष की उम्र वाले अंशधारकों का सम्मिलित रूप से हिस्सा नए अंशधारकों में 55.37 प्रतिशत रहा।
इससे यह भी पता चलता है कि देश के संगठित क्षेत्र का हिस्सा बनने वाले लोगों की बड़ी संख्या पहली नौकरी पाने वालों की रही। इसके अलावा फरवरी में करीब 10.15 लाख सदस्य दोबारा ईपीएफओ का हिस्सा बने। एक साल पहले की तुलना में यह संख्या 8.59 प्रतिशत अधिक है।
दरअसल इन लोगों ने ईपीएफओ के दायरे में आने वाली किसी अन्य कंपनी में नौकरी शुरू कर दी और अपने खाते को हस्तांतरित करने का विकल्प चुना। फरवरी महीने में ईपीएफओ का सदस्य बनने वाले अंशधारकों में महिला कर्मचारियों की संख्या 2.78 लाख रही जो कुल नए पंजीकरणों का 19.93 प्रतिशत है। इनमें से 1.89 लाख महिलाएं पहली बार ईपीएफओ की सदस्य बनीं।