1000 रुपये के नोट क्या फिर वापस आ रहे हैं? आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिया ये जवाब
By विनीत कुमार | Published: May 22, 2023 01:58 PM2023-05-22T13:58:16+5:302023-05-22T14:03:15+5:30
2000 रुपये के नोट वापस लेने के आरबीआई के फैसले पर शक्तिकांत दास ने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि यह फैसला केंद्रीय बैंक के मुद्रा प्रबंधन का हिस्सा है।
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने के फैसले के बाद इसके प्रभाव को कम करने के लिए 1,000 रुपये के बैंक नोटों को फिर से लाने की कोई योजना नहीं है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस संबंध में चल रही बातों को अटकलबाजी करार दिया। यह पूछे जाने पर कि क्या 1,000 रुपए के नोटों को फिर से पेश किए जाने की संभावना है, दास ने कहा, 'यह अटकलबाजी है। अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।'
साल 2016 के नवंबर में नोटबंदी के बाद 2,000 रुपये के नोट जारी किए गए थे। उस दौरान 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए गए थे। उस नोटबंदी के फैसले से रातों-रात 10 लाख करोड़ रुपये चलन से बाहर हो गए थे। नोटबंदी के उस फैसले के बाद आरबीआई की ओर से 500 के नए नोट और 2000 रुपये के नोट जारी किए गए थे। हालांकि, हाल में 2000 रुपये के नोट के चलन को भी बंद करने का फैसला लिया गया है।
शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि 30 सितंबर की समयसीमा तक 2,000 रुपये के ज्यादातर नोट वापस आ जाएंगे। 2000 रुपये के नोट को अचानक वापस लेने की हैरान करने वाली घोषणा पर उठ रहे सवालों पर पत्रकारों से बातचीत में दास ने कहा कि यह फैसला केंद्रीय बैंक के मुद्रा प्रबंधन का हिस्सा है।
दास ने कहा कि 2,000 के नोटों को चलन से हटाने के फैसले का अर्थव्यवस्था पर ‘बहुत ही सीमित’ असर होगा। चलन में मौजूद कुल मुद्रा में 2,000 के नोट का हिस्सा सिर्फ 10.8 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि 2016 में नोटबंदी के बाद नकदी की कमी की भरपाई के लिए 2,000 रुपये का नोट लाया गया था। गवर्नर ने कहा कि जिस किसी के पास 2,000 रुपये का नोट है वह उसे अपने बैंक खाते में जमा कर सकता है या किसी अन्य मूल्य की मुद्रा से बदल सकता है।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक लोगों की परेशानियों को लेकर संवेदनशील है। यदि लोगों को किसी तरह की परेशानी आती है, तो जरूरत होने पर केंद्रीय बैंक नियमन लेकर आएगा।