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अमेजन, कैटामरान का अपने संयुक्त उद्यम प्रायोन को अगले साल समाप्त करने का फैसला

By भाषा | Updated: August 9, 2021 22:21 IST

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नयी दिल्ली, नौ अगस्त ई-कॉमर्स क्षेत्र की प्रमुख कंपनी अमेजन और एन आर नारायण मूर्ति की कैटामरान ने अपने संयुक्त उद्यम ‘प्रायोन बिजनेस सर्विसेज’ को अगले साल समाप्त करने का फैसला किया है।

दोनों कंपनियों ने कहा है कि उन्होंने यह फैसला परस्पर सहमति से लिया है। संयुक्त उद्यम को मई, 2022 से आगे नहीं चलाया जाएगा।

यह घोषणा ऐसे दिन हुई है जबकि उच्चतम न्यायालय ने अमेजन और उसकी प्रतिद्वंद्वी फ्लिपकार्ट की प्रतिस्पर्धा आयोग द्वारा उनकी जांच को चुनौती देने वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया।

अमेजन और कैटामरान का संयुक्त उद्यम प्रायोन बिजनेस सर्विसेज 2014 में बना था। इसका 19 मई, 2022 को नवीकरण होना था।

दोनों कंपनियों ने संयुक्त बयान में कहा कि हमने परस्पर सहमति से इस संयुक्त उद्यम को मौजूदा समयसीमा से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है।

हालांकि, अमेजन और कैटामरान दोनों ने ही इस फैसले की वजह नहीं बताई है।

प्रायोन बिजनेस सर्विसेज की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी क्लाउडटेल अमेजन.इन पर सबसे बड़ी विक्रेता है। इस संयुक्त उद्यम ने तीन लाख विक्रेताओं और उद्यमियों को ऑनलाइन जाने में मदद की है और 40 लाख दुकानदारों की डिजिटल भुगतान क्षमता में सहयोग किया है।

बयान में कहा गया है कि इससे इन एसएमबी तथा दुकानदारों की देश के लाखों ग्राहकों तक पहुंच सुनिश्चित हो सकी है।

कैटामरान के अध्यक्ष एमडी रंगनाथ ने कहा, ‘‘अमेजन के साथ हमारे संयुक्त उद्यम की समय सीमा समाप्त हो रही है। इस सफल भागीदारी के जरिये हमने डिजिटलीकरण को मजबूत किया तथा छोटे-बड़े शहरों के हजारों एसएमबी को सशक्त किया।’’

अमेजन इंडिया के वैश्विक वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा भारत में प्रमुख अमित अग्रवाल ने कहा कि दोनों कंपनियों ने ई-कॉमर्स के शुरुआती दिनों में यह गठजोड़ किया था। ‘‘हमें इस बात की खुशी है कि इस संयुक्त उद्यम के जरिये हम ई-कॉमर्स को आगे बढ़ा पाए। हमारे सैकड़ों कर्मचारियों के प्रयासों से 43 लाख छोटे कारोबार को फायदा हुआ और बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर पैदा हुए।’’

नियामकीय दस्तावेजों के अनुसार, क्लाउडटेल का राजस्व वित्त वर्ष 2019-20 में 27.6 प्रतिशत बढ़कर 11,412.75 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो 2018-19 में 8,944.71 करोड़ रुपये था। इस दौरान उसका मुनाफा दोगुना से अधिक होकर 29.38 करोड़ रुपये से 67.54 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

अमेजन और कैटामरान ने ऐसे समय अलग होने का फैसला किया है जबकि विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कंपनियों के परिचालन को लेकर जांच बढ़ाई जा रही है।

व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का कहना है कि इन कंपनियों के इस तरह के व्यवहार से ऑफलाइन रिटेलरों का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने सोमवार को कहा कि इस बात की संभावना नहीं कि अमेजन-कैटामरान ने जांच से बचने की रणनीति के तहत अपनी भागीदारी समाप्त करने की घोषणा की है। ‘‘जब अमेजन की जांच होगी, तो इस बारे में भी जांच होगी।’’

उन्होंने कहा कि क्लाउडटेल को लेकर कुछ सवाल खड़े होंगे, उनका जवाब सीसीआई द्वारा अमेजन के कारोबार के मॉडल की जांच से मिलेगा।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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