शेयर बाजार नयी ऊंचाई छूने के बाद हल्की नरमी के साथ पिछले स्तर पर
By भाषा | Updated: July 16, 2021 17:33 IST2021-07-16T17:33:40+5:302021-07-16T17:33:40+5:30

शेयर बाजार नयी ऊंचाई छूने के बाद हल्की नरमी के साथ पिछले स्तर पर
मुंबई, 16 जुलाई स्थानीय शेयर बाजारों में दोनों मानक सूचकांक-बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी शुक्रवार को नयी ऊंचाइयां छूने के बाद अंत में नाममात्र की गिरावट के साथ अपने पिछले स्तरों पर बंद हुए। वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेत के बीच आईटी और बैंक शेयरों में बिकवाली का असर घरेलू शेयर बाजार पर पड़ा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 53,290.81 के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन बाद में यह 18.79 अंक यानी 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 53,140.06 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.80 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की नाममात्र की गिरावट के साथ 15,923.40 अंक पर बंद हुआ। पाच कारोबारी सत्रों मे पहली बार निफ्टी में गिरावट दर्ज की गयी। कारोबार के दौरान यह 15,962.25 अंक के उच्च स्तर तक गया था।
सेंसेक्स के शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में एचसीएल टेक का शेयर रहा। इसके अलावा, इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक और इंसइंड बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
दूसरी तरफ, भारती एयरटेल, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील, पावर ग्रिड और रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत अन्य शेयर लाभ में रहे।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 16 नुकसान में जबकि 14 लाभ में रहे।
क्षेत्रवार बीएसई आईटी, प्रौद्योगिकी बैंक और वित्तीय सूचकांक में 0.99 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि दूरसंचार, रियल्टी, धातु और स्वास्थ्य सूचकांक लाभ के साथ बंद हुए।
मझोली ओर छोटी कंपनियों के शेयरों में 0.45 प्रतिशत की तेजी आयी।
साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 753 अंक यानी 1.43 प्रतिशत जबकि निफ्टी 233.60 अंक यानी 1.48 प्रतिशत मजबूत हुआ।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, ‘‘भारतीय बाजार लाभ के साथ खुले। हालांकि बढ़त को बरकरार नहीं रख पाये और पिछले स्तरों पर बंद हुए। इसका कारण औषधि को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में मुनाफावसूली की गयी। पहली तिमाही में बेहतर परिणाम की उम्मीद में दवा कंपनियों के शेयरों में लिवाली देखी गयी।’’
उन्होंने कहा कि शेयरों के बेहतर प्रदर्शन और पश्चिम के विकसित देशों से कोई ठोस संकेत नहीं होने से मुनाफावसूली का जोखिम बढ़ रहा है।
विदेशी संस्थगत निवेशक पिछले कुछ दिनों से घरेलू शेयर बाजार में शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, सियोल और तोक्यो नुकसान में रहे जबकि हांगकांग में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भारतीय समयानुसार मध्याह्न में कारोबार के शुरू में तेजी का रुख रहा।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 73.71 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 3 पैसे की हल्की गिरावट के साथ 74.57 पर बंद हुई।
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