कर्ज भुगतान के लिए अडानी बेच सकते हैं अंबुजा सीमेंट में करीब 4 से 5 फीसदी की हिस्सेदारी
By रुस्तम राणा | Published: March 10, 2023 09:12 PM2023-03-10T21:12:52+5:302023-03-10T21:12:52+5:30
एक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी ने गुरुवार को अपने सीमेंट कारोबार अंबुजा में 4% से 5% बेचने के लिए अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से औपचारिक अनुरोध किया है। अंबुजा सीमेंट में हिस्सेदारी को बेचकर उनकी 450 मिलियन डॉलर राशि जुटाने की योजना है।
मुंबई: देश के बड़े कारोबारी गौतम अडानी को अब संकट काल में अंबुजा सीमेंट का सहारा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्ज को कम करने के लिए अडानी अंबुजा सीमेंट में 4 से 5 फीसदी हिस्सेदारी को बेच सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी ने गुरुवार को अपने सीमेंट कारोबार अंबुजा में 4% से 5% बेचने के लिए अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से औपचारिक अनुरोध किया है। अंबुजा सीमेंट में हिस्सेदारी को बेचकर उनकी 450 मिलियन डॉलर राशि जुटाने की योजना है।
अडानी समूह ने टिप्पणी के लिए रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया। संकटग्रस्त अडानी समूह ने पिछले साल भारत में होल्सिम एजी के सीमेंट कारोबार - अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड - का अधिग्रहण $10.5 बिलियन में किया था, जो अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण है। दरअसल, अडानी समूह निवेशकों के विश्वास को फिर से कायम करना चाहता है। साथ ही पूर्व-भुगतान ऋणों द्वारा अपने कर्ज के बारे में चिंताओं को दूर करना चाहता है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में स्टॉक हेरफेर और टैक्स हेवन के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया गया है, और "पर्याप्त" ऋण स्तर को चिह्नित किया गया है, जिसे समूह ने अस्वीकार कर दिया है। गौतम अडानी और उनके परिवार ने अपने समूह अडानी समूह के शेयरों द्वारा समर्थित सभी उधारों का भुगतान किया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के प्रकाशित होने के बाद अडानी समूह की कंपनियों को भारी नुकसान हुआ है। यहां तक की स्वयं गौतम अडानी की व्यक्तिगत संपत्ति में गिरावट दर्ज हुई। उन्हें काफी नुकसान हुआ। उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।