नयी दिल्ली 25 जून ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा है कि देश में पिछले सात वर्ष के दौरान नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 70 अरब डॉलर (करीब 5.2 लाख करोड़ रुपये) का निवेश हुआ है।
यह आंकड़ा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में वर्ष 2022 तक 175 गीगावाट के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पाने के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण है।
सिंह ने नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा ‘नागरिक केंद्रित ऊर्जा पारेषण बढ़ाने’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृहस्पतिवार को यह बात कही। यह कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन (पीएमआई) और ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) के सहयोग से आयोजित किया गया।
सिंह ने कहा, ‘‘पिछले सात वर्ष के दौरान नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में देश को करीब 70 अरब डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ। भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के लिए उदार विदेशी निवेश नीति है और इस क्षेत्र में स्वत: मंजूरी मार्ग से 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है।’’
उन्होंने कहा कि कारोबार सुगमता सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और हमारा ध्यान अनुबंधों को सही तरीके से बनाए रखने और निवेश की सुरक्षा पर लगातार बना है।
सिंह ने सभी मंत्रालयों में घरेलू और विदेशी निवेशकों की मदद के लिये उन्हें जरूरी समर्थन उपलब्ध कराने के लिये समर्पित परियोजना विकास प्रकोष्ठ (पीडीसी) और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रकोष्ठ (एफडीआई प्रकोष्ठ) स्थापित करने के बारे में भी कहा।
उन्होंने कहा कि कोविड- 19 महामारी के कारण निवेशकों की समक्ष उठी चिंताओं को दूर करने के लिये पर्याप्त उपाय और सुरक्षा कदम उठाये गये हैं। उन्होंने इस अवसर पर भारत के ऊर्जा क्षेत्र में आ रहे बदलावों और नई पहलों को बताने वाली ‘दि इंडिया स्टोरी’ पुस्तिका को भी जारी किया।
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