"मुझे कभी नहीं लगा कि मैं मुस्लिम हूं और अलग हूं...", बॉलीवुड में मुस्लिमों के साथ होता है भेदभाव? सवाल पर बोलीं हुमा कुरैशी
By अंजली चौहान | Published: July 7, 2023 11:05 AM2023-07-07T11:05:52+5:302023-07-07T11:11:18+5:30
हुमा कुरैशी ने देश में मुस्लिम अधिकारों पर बात की।उन्होंने कहा कि सवाल पूछे जाने चाहिए और हर सरकार को जवाब देना चाहिए। उनका कहना है कि उन्हें भारत में कभी मुसलमान होने का एहसास नहीं हुआ।
मुंबई: बॉलीवुड में अपनी शानदार एक्टिंग से सबके दिलों पर राज करने वाली हुमा कुरैशी बेबाकी से अपनी बात मीडिया में रखती हैं। बॉलीवुड को कई हिट फिल्में और यादगार किरदार देने वाली हुमा ने हाल में मीडिया चैनल आज तक को एक इंटरव्यू दिया।
ये इंटरव्यू अब खूब सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, इंटरव्यू के दौरान पूछे गए एक सवाल पर एक्ट्रेस ने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि वह मुसलमान है और उन्हें भारत में इसका एहसास नहीं हुआ।
इंटरव्यू में उनसे सवाल किया गया कि क्या फिल्म इंडस्ट्री में धर्म के नाम पर भेदभाव और ध्रुवीकरण होता है? इस सवाल पर हुमा ने कहा, "सिर्फ इसलिए कि वह मुस्लिम हैं, उन्हें कभी भी अलग महसूस नहीं हुआ।"
बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने अमेरिका की उस घटना का भी जिक्र किया जहां मीडिया ने पीएम नरेंद्र मोदी से भारत में मुसलमानों के अधिकारों को लेकर सवाल भी किया था।
मुसलमानों के अधिकार पर हुमा
मुस्लिम अधिकारों पर हाल में प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे पर उठाए गए सवाल पर जब एक्ट्रेस से प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा कि आज कल जब मैं ये बातें सुनती हूं तो लगता है कि ये बातें हो क्यों रही हैं?
मैं भारत में रहती हूं और मुझे कभी एहसास नहीं हुआ कि मैं मुस्लिम हूं और मैं अलग हूं। मेरे पिता 50 साल से कैलाश कॉलोनी (दिल्ली की) में सलीम नामक रेस्तरां चला रहे हैं।
मेरे व्यक्तिगत अनुभव में, मैंने कभी ऐसा महसूस नहीं किया। लोगों को महसूस हुआ होगा यह। ऐसा कहने के बाद, मुझे लगता है, सवाल पूछे जाने चाहिए और हर सरकार को जवाब देना चाहिए।
बता दें कि इस बॉलीवुड डीवा की फिल्म 'तरला' आज रिलीज हुई है। फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज हुई है। तरला में मुख्य भूमिका में हुमा नजर आ रही हैं। यह बायोपिक तरला दलाल के धैर्य और उनके जीवन को अर्थ देने की भावना को दर्शाती है। शारिब हाशमी तरला के पति की भूमिका में हैं।
तरला का निर्देशन पीयूष गुप्ता ने किया है और इसे रोनी स्क्रूवाला, अश्विनी अय्यर तिवारी, नितेश तिवारी ने सह-निर्मित किया है। फिल्म में भारती आचरेकर, अमरजीत सिंह, राजीव पांडे, पूर्णेंदु भट्टाचार्य और वीना नायर भी हैं। इसे पीयूष गुप्ता और गौतम वेद ने मिलकर लिखा है।