'मेमोरियल' बनेगा सुशांत सिंह राजपूत का पटना स्थित घर, जानिए दुलारे 'गुलशन' के लिए और क्या करेगा परिवार?
By मनाली रस्तोगी | Updated: June 27, 2020 13:49 IST2020-06-27T13:49:24+5:302020-06-27T13:49:24+5:30
सुशांत सिंह राजपूत के परिवार ने फैसला किया है कि वो जल्द ही सुशांत सिंह राजपूत फाउंडेशन की स्थापना करेंगे। इसके जरिए सिनेमा, साइंस और स्पोर्ट्स से जुड़ी युवा प्रतिभाओं को मौका देने का काम किया जाएगा।

स्मारक बनेगा सुशांत का घर
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के सदमे से उनका परिवार अभी तक उभर नहीं पाया है। ऐसे में दिवंगत अभिनेता की तेरहवीं पर घरवालों की ओर से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया है। इसके अनुसार, सुशांत की सभी चीजों को उनकी यादों के तौर पर प्रशंसकों के लिए संजो के रखी जाएंगी। यही नहीं, बिहार की राजधानी पटना में स्थित सुशांत के घर को 'स्मारक' में तब्दील किया जाएगा। पटना के राजीव नगर में इस घर में सुशांत का बचपन बीता था।
सुशांत की यादों को संजोकर रखेगा परिवार
वहीं, सुशांत की फैमिली द्वारा जारी किया गया स्टेटमेंट बेहद भावुक है। इसमें बताया गया है कि सुशांत को उनके परिवार वाले प्यार से गुलशन बुलाते थे। बयान में बताया गया है कि वह बेहद बातूनी थे, जोकि खुले दिल वाले और तेज दिमाग के थे। उनमें हर चीज के बारे में जानने की उत्सुकता काफी ज्यादा रहती थी। वो सपने देखते थे और उसे हकीकत बदलने की क्षमता रखते थे। वह परिवार का गौरव और प्रेरणा थे।
ऐसे में सुशांत के परिवार वालों ने उनकी सबसे कीमती चीजों को संभालकर रखने का फैसला किया है। इसके तहत उनकी हजारों किताबों, दूरबीन, फ्लाइट सिम्युलेटर, गिटार, फर्निचर और अन्य चीजों को स्मारक बनाए घर में प्रदर्शित करने के लिए रखा जाएगा, जिसे प्रशंसक कभी भी देख सकते हैं। इसके अलावा उनका परिवार सुशांत सिंह राजपूत फाउंडेशन की स्थापना भी करने वाला है, जोकि सिनेमा, साइंस और स्पोर्ट्स से जुड़ी युवा प्रतिभाओं को मौका देने का काम करेगा।
डिप्रेशन के शिकार थे सुशांत
यही नहीं, सुशांत सिंह राजपूत की फैमिली ने फैसला लिया है कि उनके इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक पेज को यादगार अकाउंट के रूप में चलाया जाएगा, ताकि उनकी यादें सभी के बीच में तरोताजा रहें। गौरतलब है कि 34 वर्षीय अभिनेता ने 14 जून को अपने मुंबई के बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुशांत डिप्रेशन के शिकार थे।


