दुबई में श्रीदेवी की शनिवार (24 फरवरी) रात करीब 11 बजे मौत हो गई। सोमवार रात तक उनका पार्थिव शरीर भारत नहीं आ सका है। दुबई के प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों का कहना है कि पहले भी ऐसा होता रहा है। वहां की तमाम प्रक्रियाओं को पूरी करने में दो से तीन दिन लगते हैं। सोमवार (26 फरवरी) को दुबई पुलिस ने अपनी जांच-प्रक्रिया पूरी कर के सरकारी वकील को केस सौंप दिया था। इसमें उन्होंने नशे की हालत में बाथटब में गिरने से श्रीदेवी की मौत होने का हवाला दिया। लेकिन कुछ तकनीकी खामियों के चलते सरकारी वकील ने पुलिस की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए।
लेकिन पुलिस की थ्योरी में महज तकनीकी खामियां ही इस मामले पर सवाल नहीं उठातीं। सोशल मीडिया में जेसिका लाल, आरुषी तलवार, सुनंदा पुष्कर के साथ यूं ही श्रीदेवी का नाम नहीं तैर रहा। बोनी कपूर से दुबई में पूछताछ और फिर लंबी पूछताछ की खबरों बाजार यूं ही गर्म नहीं हैं। कुछ ऐसे तथ्य हैं जो अनछुए अभी भी अनछुए हैं। उनके बारे में खुलकर बात नहीं की जा रही है।
सिक्किम सम्मान समारोह में अकेले क्यों गए थे बोनी कपूर
बोनी कपूर 1 फरवरी को सिक्किम गए थे। वहां सिक्कम के मंत्री ने उनके सिनेमा में योगदान के लिए सम्मान किया। यह एक बड़ा अवसर था। लेकिन इस अवसर पर बोनी कपूर अकेले गए थे। श्रीदेवी ने इसके बारे में ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें सिक्कम बहुत पसंद है। अगली बार वह यहां जरूर आएंगी।
शादी और पूरी घटना से दूर क्यों रही बड़ी बेटी
मोहित मारवाह की शादी की फंक्शन की तैयारियां और उत्सव करीब बीते 15 दिनों से चल रहा था। भारत से एक-एक कर के लोग वहां गए और वापस भी लौट आए। बीच में कुछ लोग दुबई से मुंबई और फिर वापस दुबई गए। लेकिन इस पूरे समारोह के दौरान श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी कपूर एक बार भी दुबई नहीं गईं। जबकि इस तरह के हर समारोह में वह मां के साथ होती हैं।
श्रीदेवी को अकेला छोड़कर मुंबई क्यों लौट आए बोनी और खुशी
शादी समारोह में शामिल होने गए बोनी कपूर और छोटी बेटी खुशी कपूर घटना के दो दिन पहले ही मुंबई लौट आए थे। लेकिन श्रीदेवी नहीं लौटीं थी। वह अपनी पेंटिंग नीलाम करने के लिए वहां रुकी हुई थीं। इसके लिए दुबई में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना था।
श्रीदेवी की पेंटिंग नीलामी का कार्यक्रम होना था तो बोनी क्यों मुंबई लौटे
श्रीदेवी की पेंटिंग्स नीलामी जैसा अगर दुबई में कार्यक्रम था होना था तो बोनी और खुशी उन्हें अकेला छोड़कर क्यों लौट आए। ऐसा कोई कार्यक्रम श्रीदेवी की जिंदगी का पहला कार्यक्रम था। इससे पहले उन्होंने अपनी पेंटिंग नीलाम नहीं की। अगर इतना बड़ा कार्यक्रम शादी समारोह के अंतरगत ही आयोजित होना था तो बोनी लौटे क्यों थे?
पचा नहीं सरप्राइज के डिनर पर बोनी का मुंबई से दुबई जाने का तर्क
बोनी कपूर अगर श्रीदेवी को दुबई में अकेला छोड़कर दो दिन पहले ही भारत लौट आए थे तो अचानक घटना वाले दिन दुबई कैसे चले गए। दुबई के अखबार खलीज टाइम्स के मुताबिक घटना वाली रात वे मौके पर थे। इसका कारण एक सरप्राइज डिनर बताया जा रहा था।
श्रीदेवी ने किसके साथ शराब पी
फॉरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार श्रीदेवी के खून में एल्कोहॉल के अंश पाए गए हैं। बॉलीवुड के दोस्तों के मुताबिक श्रीदेवी आमतौर पर शराब नहीं पीतीं। राजनेता अमर सिंह के अनुसार कभी-कभार वह वाइन लेती थीं। लेकिन सवाल है श्रीदेवी ने शराब पी किसके साथ? घटना से पहले के कुछ वीडियो सामने आए हैं। उनमें श्रीदेवी कुछ लोगों के साथ डांस कर रही हैं। इनमें बोनी भी दिख रहे हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि यह वीडियो घटना से दो दिन पहले का है। घटना वाले दिन या उसके पहले वाले दिन वह रूम से ज्यादा बाहर नहीं आईं थीं। खलीज टाइम्स के अनुसार घटना वाले दिन उनकी मुलाकात बोनी से हुई थी।
इतने हाईप्रोफाइल महिला के दरवाजे का लॉक बिना पुलिस को सूचना दिए क्यों तोड़ा
दुबई का जुमैरा अमीरात टावर पांच सितारा होटल है। जानकारी के अनुसार श्रीदेवी अपने रूम में डिनर से पहले तैयार होने के लिए करीब साढ़े सात बजे दाखिल हुईं। तब से उनसे मिलने कोई नहीं गया। एक अखबार के मुताबिक रात करीब साढ़े दस बजे उन्होंने खुद ही फोन किया। वह पानी मांग रही थीं। रूम सर्विस स्टाफ जब पानी लेकर पहुंचा तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। कुछ मिनट तक डोरबेल बजाने के बाद उसी ने अलार्म बजा दिया। दूसरे स्टाफ आकर दरवाजे को खोल दिए। लेकिन इतने बड़े होटल में ऐसे कैसे दरवाजे लॉक तोड़ा जा सकता है। वह भी इतना हाईप्रोफाइल मामला होने के बाद बिना पुलिस को सूचना दिए।
श्रीदेवी से जुड़ी हर अपडेट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंक्या बोनी कपूर आखिरी समय में श्रीदेवी के साथ थे
श्रीदेवी के आखिरी लम्हों में बोनी कपूर उनके साथ थे या नहीं इसपर से पर्दा नहीं हटा है। दुबई अखबारों के मुताबिक वह घटना वाले दिन दुबई में थे। लेकिन दुबई के एक प्रमुख अखबार की मानें तो होटल के स्टाफ ने ही श्रीदेवी को राशिद अस्पताल पहुंचाया था। इस दौरान बोनी वहां नहीं थे।