'आदिपुरुष' को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जारी किया धर्मादेश, कहा- पैसे देकर पाप का भागी न बनें

By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 18, 2023 02:00 PM2023-06-18T14:00:36+5:302023-06-18T14:02:52+5:30

केदार घाट स्थित श्रीविद्यामठ में एक वक्तव्य जारी कर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि देखने व सुनने से भी व्यक्ति पुण्य व पाप का भागी बनता है। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने कहा कि पैसे से टिकट खरीद कर कोई भी व्यक्ति इस फिल्म को देखकर पाप का भागी न बने।

Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand Saraswati expressed displeasure over 'Adipurush' | 'आदिपुरुष' को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जारी किया धर्मादेश, कहा- पैसे देकर पाप का भागी न बनें

फिल्म आदिपुरुष रीलिज होने के बाद से ही विवादों में है

Highlights'आदिपुरुष' को लेकर नाराज हुआ काशी का संत समाजस्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने जारी किया धर्मादेशकहा- फिल्म में पौराणिक परंपरा व संस्कृति का मखौल उड़ाया गया है

नई दिल्ली: प्रभास और कृति सनोन स्टारर फिल्म आदिपुरुष रीलिज होने के बाद से ही विवादों में है। फिल्म में प्रयोग किए गए संवादों को लेकर कड़ी आपत्ति जताई जा रही है। अब काशी के संत समाज ने भी आदिपुरुष में इस्तेमाल की गई भाषा पर नाराजगी जताई है। 

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने फिल्म आदिपुरुष को लेकर धर्मादेश जारी किया है और कहा है कि पैसे देकर पाप न खरीदें। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने फिल्म को सनातन आस्था को खंडित करने वाला बताया है। 

केदार घाट स्थित श्रीविद्यामठ में एक वक्तव्य जारी कर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि देखने व सुनने से भी व्यक्ति पुण्य व पाप का भागी बनता है। उन्होंने आगे कहा, "देव, गुरु व तीर्थ दर्शन से मनुष्य पुण्य का भागी बनता है वहीं अधर्म, अश्लीलता आदि देखने से मनुष्य पाप का भागी बनता है। उसी प्रकार सुनने व बोलने से भी मनुष्य पुण्य व पाप का भागी बनता है। इसलिए पैसे से टिकट खरीद कर कोई भी व्यक्ति इस फिल्म को देखकर पाप का भागी न बने। आदिपुरुष फिल्म में पौराणिक व धार्मिक मूल्यों का उपहास उड़ाया गया है।"

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य ने कहा, "इस फिल्म में पौराणिक परंपरा व संस्कृति का मखौल उड़ाने के साथ ही अमर्यादित ढंग से भगवान राम, माता सीता, हनुमान जी सहित अन्य पात्रों का चरित्र चित्रण किया गया है। सिनेमा के जरिये सनातन धर्म एवं संस्कृति पर गहरा आघात पहुंचाने का प्रयास निरंतर जारी है वह किसी भी प्रकार से सहनीय नही है।"

बता दें कि 'आदिपुरुष' अब कानूनी पचड़े में भी फंस गई है।  'हिंदू सेना' नाम के एक संगठन ने फिल्म 'आदिपुरुष' के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है और दावा किया है कि फिल्म में भगवान राम, रामायण और संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है। आदिपुरुष शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। 500 करोड़ रुपये के बजट वाली यह फिल्म हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज़ हुई है। 

Web Title: Shankaracharya Swami Avimukteshwaranand Saraswati expressed displeasure over 'Adipurush'

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