Nirbhaya के दोषियों को हुई फांसी, तो प्रीति जिंटा ने किया Tweet, लिखा-अगर 2012 में निर्भया बलात्कारियों को लटका दिया जाता तो...
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: March 20, 2020 07:56 AM2020-03-20T07:56:34+5:302020-03-20T07:56:34+5:30
दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह चारों को सजा दी गई है। दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने के बाद लंबे समय से इंसाफ के लिए दर दर भटक रहीं निर्भया की मां ने कहा कि आज का दिन हमारी महिलाओं और बच्चियों को के नाम है।
निर्भया सामुहिक बलात्कार और हत्या के मामले में दोषी मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह को आज शुक्रवार की सुबह तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। 20 मार्च 2020 की तारीख इतिहास में दर्ज हो गई। 8 साल बाद निर्भया को इंसाफ मिला है। निर्भया गैंगरेप के चारों आरोपियों को शुक्रवार सुबह फांसी पर लटका दिया गया है। ऐसे में बॉलीवुड सेलेब्स के इस पर जमकर रिएक्शन आ रहे हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया पेश की है।
दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार सुबह चारों को सजा दी गई है। दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने के बाद लंबे समय से इंसाफ के लिए दर दर भटक रहीं निर्भया की मां ने कहा कि आज का दिन हमारी महिलाओं और बच्चियों को के नाम है।
ऐसे में प्रीति जिंटा मे इस पर ट्वीट किया है। प्रीति ने ट्वीट करके लिखा है कि अगर 2012 में # निर्भया बलात्कारियों को लटका दिया जाता तो न्यायिक व्यवस्था महिलाओं के खिलाफ इतना अपराध रोक देती। कानून के डर ने कानून को ताक पर रख दिया होगा। निवारण हमेशा इलाज से बेहतर है। यह भारतीय सरकार का समय है। न्यायिक सुधारों के लिए कदम उठाता है। # RIPNirbhaya🙏।
If #Nirbhaya rapists were hung in 2012 the judicial system would have stopped so much crime against women. Fear of the law would have kept the lawless in check. Prevention is always better than cure. It’s time the Indian govt. takes steps for judicial reforms. #RIPNirbhaya🙏
— Preity G Zinta (@realpreityzinta) March 20, 2020
16 दिसंबर 2012
16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में चलती बस में पैरामेडिकल की छात्रा निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इस दौरान दोषियों ने इतनी दरिंदगी की थी कि निर्भया की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक से चारों दोषियों मुकेश, विनय, पवन और अक्षय को फांसी की सजा सुनाई गई। चारों दोषियों के सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके थे और राष्ट्रपति भी उनकी दया याचिका खारिज कर दी थी। निचली अदालत ने चारों दोषियों को एक साथ फांसी देने के लिए 20 मार्च की सुबह 5.30 बजे का वक्त तय कर रखा था।