किसानों ने बादशाह को घुटनों पर ला दिया, कृषि कानूनों को वापस लिए जाने पर बोले प्रकाश राज, सोनू सूद ने कहा- अब खेत फिर से लहलहाएंगे
By अनिल शर्मा | Published: November 19, 2021 03:01 PM2021-11-19T15:01:58+5:302021-11-19T15:30:01+5:30
आज सुबह पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों को वापल लिए जाने के फैसले का जिक्र किया।
मुंबईः शुक्रवार को राष्ट्र के नाम एक संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों को रद्द करने की घोषणा की। देर से ही सही लेकिन पीएम मोदी द्वारा लिए गए इस फैसले की हर कोई तारीफ कर रहा है। राजनीतिक पार्टियों से लेकर फिल्मी हस्तियों तक ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी।
साउथ के लोकप्रिय अभिनेता प्रकाश राज ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के फैसले पर ट्वीट किया कि हमारे किसानों ने बादशाह को घुटनों पर ला दिया। वहीं सोनू सूद ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताया। उधर, कंगना रनौत ने इस पर गुस्सा जाहिर किया और कानून वापसी को दुखद, शर्मनाक और अनुचित करार दिया।
प्रकाश राज ने किसान आंदोलन के समर्थन में उनके द्वारा पढ़ी गई एक कविता का वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो के साथ ही उन्होंने लिखा, मेरे देश के अथक संघर्षरत किसानों ने बादशाह को घुटनों पर ला दिया है...तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और किसानों के विरोध के समर्थन में अनिता नायर द्वारा लिखी और मेरे द्वारा सुनाई गई कविता साझा कर रहा हूं। #जय किसान #जस्टस्किंग।
The relentless fighting farmers of my country have brought the KING on his knees … sharing @anitanairauthor poem narrated by me in support of #FarmersProtest against 3 #farmlaws.. #JaiKisan#justaskingpic.twitter.com/9c3AF1x3AC
— Prakash Raj (@prakashraaj) November 19, 2021
वहीं सोनू सूद ने भी ट्विटर पर तीन कृषि कानूनों के वापस लिए जाने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने ट्वीट में लिखा- किसान वापस अपने खेतों में आयेंगे। देश के खेत फिर से लहललहाएंगे। धन्यवाद नरेंद्र मोदी जी। इस ऐतिहासिक फैसले से किसानों का प्रकाश परब और भी ऐतिहासिक हो गया। जय जवान जय किसान।
किसान वापिस अपने खेतों में आयेंगे,
— sonu sood (@SonuSood) November 19, 2021
देश के खेत फिर से लहराएंगे।
धन्यवाद @narendramodi जी, इस ऐतिहासिक फैसले से किसानों का प्रकाश पूरब और भी ऐतिहासिक हो गया।
जय जवान जय किसान। 🇮🇳
आज सुबह पीएम मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों को वापल लिए जाने के फैसले का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "आज मैं देशवासियों से क्षमा याचना करते हुए सच्चे और शुद्ध मन से कहना चाहता हूं कि शायद हमारे प्रयासों में कुछ कमी रही होगी, जिसके कारण हम कुछ किसानों को दीया की रोशनी की तरह सच नहीं समझा सके।