पद्मावत का विरोध कर रही करणी सेना के प्रमुख नेता सूरज पाल अमू को 29 जनवरी तक की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सूरज पाल अमू को गुरुवार को गुरुग्राम से हिरासत में लिया गया था। शुक्रवार को एक स्थानीय कोर्ट ने उन्हें 29 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इस दौरान कोर्ट ले जाते वक्त और कोर्ट से वापस आते वक्त वह चीख-चीख कर कुछ कहने की कोशिश करते रहे। इससे पहले दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
गुरुग्राम में बुधवार को स्कूली बस पर हमला होने के बाद पुलिस ने सूरज पाल अमू को हिरासत में लिया था। हालांकि इस मामले में उनका नाम है या नहीं यह पुलिस ने अभी साफ नहीं किया है। हिरासत में लेते वक्त गुरुग्राम डीसीपी कुलदीप सिंह ने कहा था कि उन्हें सुरक्षा व्यवस्था में खलल ना पहुंचे इसलिए एतिहातन हिरासत में लिया गया है। बाद में कोर्ट की कार्रवाई के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा।
यह भी पढ़ेंः 'पद्मावत' के ये 7 सीन देखने के बाद करणी सेना बेहद शर्मिंदा होगी!यह भी पढ़ेंः पद्मावत समीक्षाः विवाद जीत गए, पर पद्मावत के निर्देशन में चूक गए भंसाली
मध्य प्रदेश और पटना में नहीं रिलीज पाई पद्मावत
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मध्य प्रदेश और बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार पद्मावत रिलीज नहीं हो पाई। वहां करणी सेना के भारी विरोध के बाद सिनेमाघरों के मालिकों ने मुख्यमंत्री से शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात करने को कह रहे हैं। बिहार में भी यही हालात हैं। हालांकि हरियाणा, यूपी, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में भारी सुरक्षा के बीच फिल्म रिलीज हुई है।