म्यूजिक डायरेक्टर श्रवण राठौड़ का कोरोना से निधन, नदीम-श्रवण की जोड़ी ने धमाल किया था
By सतीश कुमार सिंह | Updated: April 23, 2021 13:27 IST2021-04-22T23:22:34+5:302021-04-23T13:27:49+5:30
श्रवण राठौड़ कोविड पॉजिटिव थे। गुरुवार (22 अप्रैल) को दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया। श्रवण राठौड़ के बेटे संजीव राठौड़ ने जानकारी दी।

कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद ‘‘गंभीर’’ स्थिति में शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मुंबईः लोकप्रिय संगीत निर्देशक जोड़ी नदीम-श्रवण से जुड़े लोक्रप्रिय संगीतकार श्रवण राठौड़ की कोविड ने जान ले ली। कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद ‘‘गंभीर’’ स्थिति में शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कोरोना वायरस से संक्रमित संगीतकार श्रवण राठौर का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। श्रवण के बेटे ने यह जानकारी दी। श्रवण के बेटे एवं संगीतकार संजीव राठौर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कोविड-19 की चपेट में आने के बाद उन्हें नाजुक हालत में एस एल रहेजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
V v sad .. just came to knw about the great music director #shravan he left all of us ..due to COVID .. very dear friend n colleague of mine .worked with him in #maharaja Always gave great melodies..my deepest condolences to his family. He will always remain in our hearts. RIP 🙏 pic.twitter.com/Unop0Kctp8
— Anil Sharma (@Anilsharma_dir) April 22, 2021
श्रवण राठौड़ के बेटे एवं संगीतकार संजीव राठौड़ ने बताया कि 66 वर्षीय संगीतकार वर्तमान में एसएल रहेजा अस्पताल में निगरानी में थे। संजीव राठौड़ ने कहा, ‘‘जांच में उनके कोविड-19 से संक्रमित होने का पता चला हैं और उन्हें माहिम में एसएल रहेजा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संजीव ने कहा, '' बृहस्पतिवार रात करीब सवा दस बजे श्रवण राठौर का निधन हो गया। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थन करें।'' संगीत निदेशक नदीम-श्रवण की जोड़ी बॉलीवुड में खासी मशहूर रही। नदीम-श्रवण ने 90 के दशक में ''आशिकी'', ''साजन'', ''परदेस'' और ''राजा हिंदुस्तानी'' जैसी फिल्मों में शानदार संगीत दिया। प्रीतम और अदनान सामी जैसी हस्तियों ने श्रवण के निधन को हिंदी फिल्म उद्योग के लिए अपूरणीय क्षति करार दिया है और संगीतकार को श्रद्धांजलि दी है।
नदीम-श्रवण की जोड़ी का 1990 के दशक में म्यूजिक वर्ल्ड में खूब दबदबा था। फिल्म आशिकी में उनके रोमांटिक गानों की धुन बेहद लोकप्रिय हुईं थी। दोनों ने मिलकर साजन, साथी, दीवाना, फूल और कांटे, राजा, धड़कन, दिलवाले, राज, राजा हिंदुस्तानी, दिल है कि मानता नहीं, सड़ी जैसी फिल्मों में काम किया, जिसके गाने खूब पॉपुलर हुए। पहली बार इस जोड़ी ने 1979 में भोजपुरी फिल्म 'दंगल' में अपना संगीत दिया था। लेकिन नदीम-श्रवण को पहचान मिली फिल्म 'आशिकी' से।