Mafia Movie Review: जबरदस्त क्लाइमेक्स और एक्शन सीन्स से भरी है फिल्म 'माफिया', जानें फिल्म रिव्यू
By ज्ञानेश चौहान | Published: February 21, 2020 04:31 PM2020-02-21T16:31:22+5:302020-02-21T16:31:22+5:30
फिल्म का सेकंड हाफ काफी दमदार है। फिल्म में कई सीन्स ऐसे भी हैं जो हमें फोकस के साथ देखने पर मजबूर करते हैं।
अरुण विजय, प्रसन्ना और प्रिया भवानी शंकर स्टारर फिल्म 'माफिया' आज (21 फरवरी को) सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। एक घंटा 52 मिनट की यह फिल्म एक थ्रिलर फिल्म है। फिल्म 'माफिया' के डायरेक्टर कार्तिक नरेन हैं। इसमें अरुण विजय के साथ प्रसन्ना और प्रिया भवानी शंकर भी हैं। फिल्म में प्रसन्ना को शानदार रोल मिला है, जो कि काफी इंट्रस्टिंग है। इस फिल्म को दर्शकों द्वारा जबरदस्त रिएक्शन मिल रहे हैं।
फिल्म 'माफिया' रिव्यू (Mafia: Chapter 1 Movie Review)
फिल्म 'माफिया' एक ड्रग डीलिंग गिरोह के बारे में है। कार्तिक नरेन के निर्देशन में बनी यह फिल्म नारकोटिक्स ब्यूरो चीफ आर्यन (अरुण विजय) और ड्रग लॉर्ड दिवेकर कुमारन (प्रसन्ना) के इर्द-गिर्द घूमती है। इस फिल्म में अरुण विजय एक ईमानदार अधिकारी के रूप की भूमिका में नजर आ रहे हैं।
फिल्म में यह दिखाया गया है कि आर्यन और उनकी टीम के सदस्य सत्या (प्रिया भवानी शंकर) और वरुण चेन्नई के ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ करने और मुख्य वितरक के करीब जाने की कोशिश करते हैं। लेकिन इस दौरान कई लोगों की हत्याएं हो जाती हैं। लेकिन इन हत्याओं का पता करते-करते आर्यन और उसकी टीम को दिवाकर कुमारन के करीब पहुंच जाते हैं।
निर्देशक कार्तिक नरेन ने एक एक्शन थ्रिलर के एक यूबर-स्टाइल वेरिएंट को दिखाने की कोशिश की है। फिल्म में अरुण और प्रसन्ना दोनों ही अपना बेस्ट परफॉर्मेंस करते हुए नजर आते हैं। फिल्म में माफिया की कहानी काफी कम दिखाई गई है। फिल्म का फर्स्ट हाफ स्लोमोशन शॉट्स के साथ ओवरलोडेड है। इस वजह से यह फील होता है कुछ समय के लिए फिल्म को खींचा गया है।
फिल्म में कई सीन्स ऐसे भी हैं जो हमें फोकस के साथ फिल्म को देखने पर मजबूर करते हैं। फिल्म का सेकंड हाफ काफी दमदार है। खासकर वह सीन जब आर्यन अपनी टीम को दिवाकर के आदमियों पर एक साथ हमला करने को कहते हैं।
माफिया का सबसे निराशाजनक हिस्सा प्रिया भवानी शंकर का किरदार है। कार्तिक नरेन की फिल्म 'माफिया' एक शानदार एक्शन थ्रिलर फिल्म साबित हो सकती थी, इस फिल्म में केवल अरुण विजय और प्रसन्ना की मुख्य भूमिका होती।