MadhuBala Dilip Kumar Love Story: जब आखिरी बार मधुबाला को नहीं देख पाए दिलीप कुमार, पढ़ें दोनों के अधूरे इश्क की दास्तां
By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: February 14, 2020 09:45 AM2020-02-14T09:45:23+5:302020-02-14T09:45:23+5:30
ये अधूरी मोहब्बत है मधुबाला और मोहम्मद यूसुफ खान यानी दिलीप कुमार की मधुबाला और दिलीप कुमार ने पहली बार 1951 में आई फिल्म तराना में काम किया था।
जब प्यार किया तो डरना क्या. ये गाना सुनते ही सबसे पहले मधुबाला का चेहरा हमारे ज़ेहन में आता है. मधुबाला को देखकर बस यही लगता था की खूबसूरती इन्ही से शुरू होती है और उन्ही पर ख़त्म हो जाती है. उनके चेहरा का वो नूर आज भी लाखों दिलो में जवां है. 14 फरवरी 1933 को जन्मीं मधुबाला इतनी खूबसूरत थीं कि किसी को भी उन्हें देखते ही प्यार हो सकता था. लेकिन आज हम आपको मधुबाला की वो अधूरी प्रेम कहानी के बारें में बताएँगे जो कम ही लोग जानते हैं.
ये अधूरी मोहब्बत है मधुबाला और मोहम्मद यूसुफ खान यानी दिलीप कुमार की मधुबाला और दिलीप कुमार ने पहली बार 1951 में आई फिल्म तराना में काम किया था। इसी फिल्म की शूटिंग के दौरान मधुबाला का दिल दिलीप पर आ गया था मधुबाला और दिलीप कुमार को पहली नजर में ही एक-दूसरे से प्यार हो गया था. मधुबाला ने अपने एक मेकअप आर्टिस्ट के हाथों दिलीप को उर्दू में एक गुलाब के साथ खत भेजा. इस ख़त में लिखा था अगर आप मुझे चाहते हों तो ये गुलाब कबूल फरमाइए,वरना इसे वापस कर दीजिए.
अब मधुबाला की खूबसूरती के आगे दिलीप साहब भी फिसल गए थे दोनों के इश्क की शुरुआत यहीं से हो गई थी.दोनों का प्यार परवान चढ़ रहा था. ऑनस्क्रीन भी दोनों की जोड़ी को खूब पसंद किया जाने लगा. इसी बीच एक बार दिलीप कुमार ने अपनी बहन को मधुबाला के घर शादी का रिश्ता लेकर भेजा और कहा अगर उनके घरवाले तैयार होंगे तो वह 7 दिनों में शादी कर लेगे. लेकिन मधुबाला के पिता ने इस रिश्ते से साफ मना कर दिया था.पर दिलीप कुमार मधुबाला के आगे अपना पूरा दिल हार चुके थे.
एक फिल्म शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार ने मधुबाला से कहा की वो अब भी मधुबाला से शादी करना चाहते हैं. लेकिन इसके लिए उनकी शर्त है कि उनको अपने पिता से सारे रिश्ते तोड़ने होंगे. मधुबाला के लिए ये सब करना बेहद मुश्किल था. कुछ जवाब ना मिलने पर वक्त था जब दिलीप मधुबाला की आंखों के सामने से उठकर हमेशा के लिए चले गए थे. इसके बाद दोनों अलग हो गए. अलग होने के बाद भी दोनों को कुछ फिल्मों में काम करना था। ऐसे में मुगले आजम इनमें से एक थी। इस फिल्म के कुछ हिस्सों की शूटिंग भोपाल में होनी थी लेकिन मधुबाला के पिता दिलीप कुमार की वजह से और बेटी की खराब तबियत के कारण आउट डोर के लिए राजी नहीं हुए.
बी आर चोपड़ा के तमाम समझाने के बाद भी वो नहीं माने. तब तक बीआर चोपड़ा अपनी फ़िल्म की काफ़ी शूटिंग कर चुके थे. पेशे से वकील रह चुके बीआर चोपड़ा मामले को कोर्ट में ले गए और इस बीच उन्होंने मधुबाला की जगह वैजयंती माला को साइन कर लिया. इसी मामले की सुनवाई के दौरान गवाही देते हुए दिलीप कुमार ने भरी अदालत में एलान किया था कि योर ओनर मैं इस औरत से प्यार करता हूं और अपनी जिंदगी के आखिरी दिन तक इससे प्यार करता रहूंगा. लेकिन उन्होंने अपना बयान बीआर चोपड़ा के पक्ष में दिया था. इस बात से मधुबाला बहुत आहत हुई और दोनों के बीच कभी न मिटने वालो दूरिय हो गई.इसी बीच मधुलाबाला और किशोर कुमार करीब आये और 1960 में दोनों ने शादी कर ली.23 फरवरी, 1969 को मात्र 35 साल की उम्र में मधुबाला ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. हालाँकि जिस वक्त मधुबाला की मौत हुई उस वक्त दिलीप कुमार मद्रास में फिल्म गोपी की शूटिंग कर रहे थे. शाम को जब तक वो वापस बंबई पहुंचे, तब तक मधुबाला का अंतिम संस्कार हो चूका था. दिलीप साहब आखरी वक़्त पर मधुबाला को देख ना सके. और इस तरह से दोनों की प्रेम कहानी अधूरी रह गई.