37 करोड़ के इनामी आतंकी हक्कानी को अफगानिस्तान का गृहमंत्री बनाए जाने पर कुमार विश्वास का ट्वीट हुआ वायरल
By अनिल शर्मा | Published: September 9, 2021 03:25 PM2021-09-09T15:25:12+5:302021-09-09T16:02:33+5:30
अफगानिस्तान का गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है जिसपरअमेरिका ने 50 लाख डॉलर (इंडियन करेंसी के मुताबिक करीब 37 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा है।
अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद वहां पर कैसी सरकार का राज कायम होगा, इस बात से पूरी दुनिया वाकिफ थी। आशंकाएं थीं कि तालिबान की सरकार में आतंकियों का दबदबा रहेगा और ये आशंका बुधवार को सच साबित हो गई जब 37 करोड़ के इनामी खूंखार आंतकी सिराजुद्दीन हक्कानी को अफगानिस्तान का नया गृहमंत्री बनाया गया।
काबुल में भारतीय दूतावास के हमलावर को गृममंत्री बनाए जाने पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं, वहीं देश के जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने भी अपने ही अंदाज में आंतकी सिराजुद्दीन हक्कानी के पद को लेकर तंज कसा और कहा कि आतंकियों को हिराकत की नजर से ना देख, ना जाने कौन सा जाहिल वजीर हो जाए।
कुमार विश्वास ने सिराजुद्दीन हक्कानी के अफगानिस्तान के गृहमंत्री बनाए जाने की एक खबर को रीट्वीट करते हुए यह बात कही। कुमार विश्वास ने ट्वीट किया- लगे जो तुक्का तो शायद वो तीर हो जाये, फटे जो दूध तो वो फिर पनीर हो जाये, “आतंकियों” को न देखा करो हिकारत से, न जाने कौन सा "जाहिल" वज़ीर हो जाए..!
कुमार विश्वास के इस ट्वीट को लोग खूब रीट्वीट कर रहे हैं और कमेंट्स सहित लाइक कर रहे हैं। शुभम नाम के एक यूजर ने कुमार विश्वास के ट्वीट पर टिप्पणी करते हुए लिखा- फिर भारत सरकार तालिबान को "आतंकी सरकार" क्यों घोषित नहीं करती ? छुप कर दोहा में बातचीत कर भारत सरकार का प्रतिनिधिमंडल, कल यदि इनसे खुले में बातचीत करता है - तब भी मीडिया इन्हें आतंकी बोलेगी ? प्रश्न सरकार से होना चाहिए लेकिन किसी और से किया जा रहा है।
वहीं विक्रम शर्मा नाम के यूजर ने लिखा- वजीर नही मुख्य वजीर बने बैठे हैं आपके दिन सावल थे जो निकल लिए पतली गली से। वरना इतनी बद्दुआएं मिलती कि भला मानुष तो उसके ताप से भस्म हो जाए। पर इनकी खाल मोटी है कुछ तो सांड प्रजाति के भी हैं (देशी नही जर्सी सांड) कुछ भांड हैं । कुछ मालिक ए ब्रह्मांड हैं और कुछ की खुरपी खो गई है।
बता दें कि अफगानिस्तान का गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है जिसपरअमेरिका ने 50 लाख डॉलर (इंडियन करेंसी के मुताबिक करीब 37 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा है। सिराजुद्दीन और उसके पिता ने 2008 में काबुल के भारतीय दूतावास पर भी हमला किया था। इस हमले में 58 लोगों की जानें गई थीं। साल 2011 में अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ रहे जनरल माइक मुलेन ने हक्कानी नेटवर्क को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का दायां हाथ और एजेंट बताया था।