Jai Mummy Di Review: हंसी और रोमांस दोनों का तड़का नहीं लगा पाती है सनी सिंह की 'जय मम्मी दी', पढ़ें रिव्यू
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 17, 2020 11:23 AM2020-01-17T11:23:36+5:302020-01-17T11:23:36+5:30
सनी सिंह और सोनाली सहगल एक बार फिर से पर्दे पर नजर आए हैं। दोनों की फिल्म जय मम्मी दी आज पर्दे पर रिलीज हो गई है।
दो परिवारों के बीच दुश्मनी और उसके बीच एक प्रेम कहानी का फॉरम्यूला बॉलीवुड में नया नहीं है। इसी विषय को एक बार फिर से पर्दे पर पेश किया गया है। निर्देशक नवजोत गुलाटी की फिल्म जय मम्मी दी आज पर्दे पर रिलीज हो गई है।फिल्म भले कॉमिडी जॉर्नर की हो, मगर फिल्म में आपको हंसी के पल कम और सुपरफिशियल और फोर्स हास्य की झलकियां ज्यादा नजर आती हैं। आइए जानते हैं कैसी है ये फिल्म-
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी एर कॉमेडी वे से शुरू होती है। जिसमें दिल्ली में दो परिवार पास पास रहते हैं। लेकिन खास बात ये है कि इन दोनों परिवारों में दुश्मनी हैं। कॉलेज के जमाने में पिंकी(पूनम ढिल्लन) और लाली (सुप्रिया पाठक) के बीच गहरी दोस्ती थी। लेकिन अब दोनों कट्टर दुश्मन बन गई हैं। इन दोनों की दुश्मनी को इनकी परिवार भी निभा रहा है। खास बात ये है कि पिंकी और लाली इस बात ये अंजान हैं कि उनके बच्चे पुनीत खन्ना (सनी सिंह) और सांझ भल्ला(सोनाली सहगल) काफी समय से एक दूसरे से प्यार करते हैं। इस कहानी में ट्विस्ट तब आता है। जब सांझ द्वारा पुनीत को शादी के लिए प्रपोज किये जाने के बावजूद वह डर कर हां नहीं कर पाता। ऐसे में सांझ की शादी कहीं और तय हो जाती है और लाली भी अपने बेटे पुनीत का रिश्ता कहीं और तय कर देती है। लेकिन इसके बाद पुनीत और सांझ को अहसास होता है कि दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं। ऐसे में दोनों एक दूसरे से कैसे शादी करते हैं पूरी फिल्म इसी पर है-
निर्देशन
दोनों मम्मियों के बीच खींचातानी और इस बीच सांझ और पुनीत का रोमांस फर्स्ट हॉफ में थोड़ी दिलचस्पी लाता है। लेकिन दूसरा हॉफ बोर होने पर मजबूर कर देता है। खासकर फिल्म का क्लाईमैक्स पूरी कहानी को एक झटके में नीचे गिरा देता है। नवजोत गुलाटी के लेखन के साथ साथ संकेत शाह की सिनेमेटोग्राफी भी एक कमज़ोर पक्ष है।
एक्टिंग
सनी सिंह ने पुनीत खन्ना के रोल में पूरी कोशिश की है कि फैंस दिलों में घर कर पाएं। वह काफी हर तक कामयाब भी हुए हैं। वहीं सांझ के रोल में सोनाली केवल ग्लैमरस लगी हैं। मगर अपने रोल में सही सुर को वह कहीं पकड़ी नजर नहीं आई हैं। पूनम ढिल्लन और सुप्रीया पाठक ने नायाब एक्टिंग की है।