International Women's Day : बॉलीवुड की वो सफल महिला निर्देशक, जिन्होंने पुरुषों को भी धूल चटवाई
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: March 6, 2020 07:13 AM2020-03-06T07:13:37+5:302020-03-06T07:13:37+5:30
महिला निर्देशक अपने काम सालों के लिए पहचान बना रही हैं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज हम आपको ऐसी ही निर्देशकों से रुबरू करवाते हैं।
बॉलीवुड में शुरू से ही पुरुष प्रधान निर्देशक सामने आई हैं। लेकिन पिछले कुछ समय में इसका रूप बदलता नजर आ रहा है। अब हिन्दी सिनेमा में एक नया दौर सामने आ रहा है। अब महिला प्रधान फिल्में भी जमकर पर्दे पर पेश की जा रही है। बॉलीवुड की कई ऐसी फिल्में हैं एक महिला निर्देशक ने पर्दे पर पेश किया और फैंस के दिलों में गहरी छाप छोड़ी है।
फातिमा बेगम हिंदी सिनेमा की पहली महिला निर्देशक मानी जाती हैं। इसके बार फराह खान, अश्निनी अय्यर जैसी कई निर्देशक हैं जिन्होंने पुरुष निर्देशकों को पीछे छोड़ा है। ये निर्देशक अपने काम सालों के लिए पहचान बना रही हैं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज हम आपको ऐसी ही निर्देशकों से रुबरू करवाते हैं।
गौरी शिंदे
गौरी शिंदे ने साल 2012 में अपनी पहली ही फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' बनाई और फैंस के दिलों में एक अलग पहचान बनाईय़पहली ही फिल्म के लिए गौरी ने 14वां आईफा अवॉर्ड, 58वां फिल्म फेयर अवॉर्ड, 19वां स्क्रीन एवॉर्ड जैसे कई और अवार्ड जीते थे। इसके बाद उन्होंने साल 2016 में शाहरुख खान और आलिया भट्ट को लेकर 'डियर जिंदगी' बनाई थी।
फराह खान
बॉलीवुड की कोरियोग्राफर के तौर पर पहचानी जानेवाली फराह खान ने निर्देशक के तौर पर इंडस्ट्री को कई शानदार फिल्में दी है।फराह खान ने 'मैं हूं ना' (2004), 'ओम शांति ओम' (2007) और 'हैप्पी न्यू ईयर' (2014) जैसी सफल फिल्में दी है।
दीपा मेहता
मूलरूप से पंजाब के अमृतसर की रहनेवाली दीपा मेहता एक अंतर्राष्ट्रीय निर्देशक के तौर पर जानी जाती हैं। साल 1996 में फिल्म 'फायर' से चर्चा में आनेवाली दीपा ने बॉलीवुड को कुछ चुनिंदा फिल्में दी है। निर्देशक ने हमेशा हटकर 'अर्थ' (1998) और 'वॉटर' (2005) जैसी फिल्में दी और एक अलग जगह बनाई।
जोया अख्तर
जोया ने साल 2009 में फिल्म 'लब बाय चांस' से एक निर्देशक के तौर पर करियर की शुरुआत की। इसके बाद जोया ने 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' जैसी सुपरहिट फिल्म दी। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट डायरेक्टर का अवार्ड मिला था।
किरण राव
किरण राव बॉलीवुड की मशहूर डायरेक्टर के तौर पर जानी जाती हैं। उन्होंने 'लगान', 'स्वदेश', 'मॉनसून वेडिंग' और साथिया जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक की भूमिका निभाई थी। जबकि 'तारे जमीन पर', 'जाने तू या जाने न', 'पीपली लाइव', 'देल्ही बेली' और 'तलाश' जैसी फिल्मों का निर्माण किया था।
अश्विनी अय्यर
अश्निवी अय्यर एक ऐसी निर्देशक हैं जिनके पति भी एक बेहतरीन निर्देशक हैं। अश्विनी ने निल बट्टे सन्नाटा 2016 में आई फिल्म बनाई। इसके बाद बरेली की बर्फी को काफी पसंद किया गया। हाल ही में पंगा फिल्म से उनको एक नई पहचान मिली।