IC 814 वेब सीरीज विवाद को लेकर सरकार ने नेटफ्लिक्स इंडिया के कंटेंट हेड को तलब किया, 3 सितंबर को पेश होने का निर्देश
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 2, 2024 13:13 IST2024-09-02T13:11:00+5:302024-09-02T13:13:15+5:30
IC 814: The Kandahar Hijack Controversy: वेब सीरीज "आईसी 814: द कंधार हाईजैक" को लेकर चल रहे विवाद पर सोमवार को नेटफ्लिक्स इंडिया के कंटेंट हेड को तलब किया गया है।

सीरीज में 1999 में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह द्वारा इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के अपहरण को दर्शाया गया है
IC 814: The Kandahar Hijack Controversy: वेब सीरीज "आईसी 814: द कंधार हाईजैक" को लेकर चल रहे विवाद पर सोमवार को नेटफ्लिक्स इंडिया के कंटेंट हेड को तलब किया गया है। अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनने वाली इस सीरीज में 1999 में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह द्वारा इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के अपहरण को दर्शाया गया है। इस घटना को हरकत उल-मुजाहिदीन के आतंकियों ने अंजाम दिया था।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के कार्यकारी को मंगलवार, 3 सितंबर को उसके सामने पेश होने का निर्देश दिया है। नेटफ्लिक्स पर सीरीज में विमान अपहरण में शामिल आतंकवादियों के मुस्लिम नामों को जानबूझकर हटाने और इसके बजाय उन्हें गैर-मुस्लिम नाम देने का आरोप है।
बता दें कि वेब श्रृंखला 1999 में इंडियन एयरलाइंस की उड़ान के वास्तविक अपहरण पर आधारित है, जिसमें सैकड़ों यात्रियों द्वारा सामना की गई कठिनाइयों और सरकार के संघर्षों का वर्णन किया गया है। उड़ान को नेपाल के काठमांडू से हाइजैक किया गया था और अमृतसर में उतारने के बाद पहले लाहौर फिर दुबई और अंत में कांधार ले जाया गया था।
इस हाइजैकिंग के कारण ही तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार को बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तीन कुख्यात आतंकवादियों- मसूद अज़हर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद ज़रगर को भारतीय जेलों से रिहा करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
सीरीज के निर्माताओं पर ये आरोप भी है कि मसूद अज़हर जैसे आतंकी और हाइजैकिंग में शामिल आतंकियों को बेहद मानवीय दिखाया गया है। सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर बहुत बहस हुई है और एक्स पर इस सीरीज को बॉयकॉट करने का ट्रेंड भी चलाया गया।
छह-एपिसोड की श्रृंखला फ्लाइट इनटू फियर पुस्तक पर आधारित है जिसे कैप्टन देवी शरण ने लिखा है। कैप्टन देवी शरण ने विमान में 191 में से 190 यात्रियों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 6 जनवरी 2000 को केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, अपहर्ताओं के नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सैयद, सनी अहमद काजी, मिस्त्री जहूर इब्राहिम और शाकिर थे। गृह मंत्रालय के एक बयान में ये भी बताया गया कि अपहर्ता एक दूसरे को क्रमशः (1) चीफ, (2) डॉक्टर, (3) बर्गर, (4) भोला और (5) शंकर के नाम से बुलाते थे।
1999 के वास्तविक अपहरण में शामिल आतंकवादियों का प्रतिनिधित्व करने वाले पात्रों के लिए "भोला" और "शंकर" नामों के उपयोग के लिए ही विवाद छिड़ा है। कई लोगों ने फिल्म निर्माताओं पर जानबूझकर हिंदू नाम चुनने का आरोप लगाया।
"आईसी 814: द कंधार हाईजैक" में विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, मनोज पाहवा, अरविंद स्वामी, अनुपम त्रिपाठी, दीया मिर्जा, पत्रलेखा, अमृता पुरी, दिब्येंदु भट्टाचार्य और कुमुद मिश्रा जैसे सितारों ने प्रमुख भूमिका निभाई है।