अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन के बाद अब ऋतिक रोशन भी टॉलरेंस की इस डीबेट में शामिल हो गए हैं। सुपर 30 एक्टर ने सोशल मीडिया पर टॉलरेंस और इनटॉलरेंस को लेकर ट्वीट किया है। जिसके बाद से लगातार लोग उनसे मॉब लिंचिंग को लेकर सवाल कर रहे हैं।
बता दें कुछ दिनों पहले 49 जानी मानी हस्तियों ने पीएम नरेन्द्र मोदी को ओपेन लेटर लिखा था। जिसमें मॉब लिंचिंग पर कानून लाने की बात कही गई थीं। इन हस्तियों में अनुराग कश्यप, कोंकर्णा सेन, अपर्णा सेन, श्याम बेनेगल, मणि रत्नम शामिल थे। वहीं इसके बाद 62 हस्तियों ने भी पीएम मोदी को खत लिखा है जिसमें सेलेक्टिव आउटरेज और फॉल्स नरेटिव की बात कही गई।
मॉब लिंचिंग के इस मामले में अब ऋतिक रोशन भी कूद पड़े हैं। एक्टर ने ट्वीट करके लिखा, 'असहिष्णु के प्रति सहिष्णु होना वास्तव में सबसे अच्छा है।' ऋतिक के इस ट्वीट के बाद से लगातार ही लोग उनसे मॉब लिंचिंग के बारे में पूछ रहे हैं। वहीं कुछ यूजर उनके इस ट्वीट को कंगना रनौत से भी जोड़ रहे हैं।
आप भी देखिए लोगों का रिएक्शन
कुछ दिनों पहले फिल्म मेकर शेखर कपूर ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया था। जिसके बाद जावेद अख्तर उनपर भड़क गए थे। दरअसल शेखर कपूर ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है। जिसके बाद जावेद अख्तर इतना भड़क गए कि उनको दिमागी डॉक्टर के पास जाने की सलाह दे डाली है। शेखर कपूर पर भड़कते हुए उन्होंने फिल्म मेकर को मनोरोगी भी कह दिया है।
शेखर कपूर ने ट्वीट करके लिखा, 'बंटवारे के रिफ्यूजी के तौर पर जिंदगी शुरू की। पैरंट्स ने अपने बच्चों की जिंदगी संवारने के लिए सब कुछ किया। हमेशा से 'बुद्धिजीवियों' के डर में जिया हूं। उन्होंने हमेशा मुझे छोटा (तुच्छ) होने का अहसास दिलाया। बाद में उन्होंने अचानक मेरी फिल्मों के कारण गले लगा लिया। मैं अब भी उनसे डरता हूं। उनका गले लगना सांप के डसने जैसा है। अभी भी मैं एक रिफ्यूजी हूं।'
शेखर कपूर के इस ट्वीट पर जावेद अख्तर ने कमेंट किया, 'अभी भी रिफ्यूजी होने से क्या मतलब है आपका। क्या आप अभी भी खुद को भारतीय नहीं बल्कि बाहर का महसूस करते हैं और आपको ऐसा लगता कि यह आपकी मातृभूमि नहीं है। अगर आपको देश में भी रिफ्यूजी जैसा महसूस होता है तो आप खुद को कहां रिफ्यूजी महसूस नहीं करेंगे, पाकिस्तान में? बेचारे अमीर लेकिन अकेले आदमी, यह ड्रामा बंद कीजिए।'
आगे जावेद अख्तर ने लिखा, 'ये बुद्धिजीवी कौन हैं जिन्होंने आपको गले लगाया और आपको वो सांप के डसने जैसा लगा? श्याम बेनेगल, अदूर गोपाल कृष्णा, राम चंद्र गुहा? सच में? शेखर साहब आप ठीक नहीं लग रहे हैं। आपको मदद की जरूरत है। मान जाइए, एक अच्छे साइकेट्रिस्ट से मिलना कोई शर्म की बात नहीं है।'
देश में मॉब लिंचिंग का मुद्दा इस कदर छा गया है कि बॉलीवुड खेमा भी इसे लेकर दो हिस्सों में बटां हुआ दिखायी दे रहा है।