गोवा में गायक, पुलिस, महापौर ने लॉकडाउन को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए संगीत का सहारा लिया
By भाषा | Published: April 8, 2020 05:18 PM2020-04-08T17:18:48+5:302020-04-08T17:21:40+5:30
उदय मडकाइकर ने पहली बार गाने के लिए अपनी आवाज दी, जिसका वीडियो एक दिन के भीतर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
चूंकि कोरोना वायरस दुनिया भर में अपना दायरा फैला रहा है, ऐसे में इससे निपटने के लिए कई गोवावासियों के लिए संगीत एक मजबूत माध्यम बनकर सामने आया है। गायकों, पुलिसकर्मियों और यहां तक कि पणजी के महापौर सहित कई गोवावासी कोरोना वायरस और लॉकडाउन की आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए संगीत को एक शक्तिशाली माध्यम के रूप में उपयोग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिन के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा करने के तुरंत बाद, गोवा के जाने-माने लेखक, संगीतकार और गायक सिद्धनाथ बुयाओ ने कोंकणी में एक गीत ऑनलाइन जारी किया, जिसका शीर्षक है ‘कीतेम जाता ते जाव’ (जो भी हो रहा है, होने दो) गाने में लोगों से घर पर रहने और कोरोना वायरस से लड़ने में मदद करने का आग्रह किया गया है।
गोवा के दिग्गज गायक दिवंगत उल्हास बुयाओ के पुत्र सिद्धनाथ बुयाओ ने पीटीआई-भाषा को बताया कि संगीत के माध्यम से जागरूकता फैलाना वास्तव में इन परिस्थितियों में काम करता है। उनके गीत की लोकप्रियता ने कई अन्य लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ‘‘लोग ऑनलाइन हैं और वे घर में हैं, ऐसे में वे कुछ नया सुनना चाहते हैं।
मेरा गाना वायरल होने के बाद, पुलिस उपाधीक्षक सैमी तवरेस भी अपने खुद के गीत के साथ आए।’’ तवरेस गोवा की सड़कों पर भी यह गीत गाकर लोगों को लॉकडाउन का पालन करने के लिए कह रहे हैं। हालांकि, बुयाओ और तवरेस अपनी गायन क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इसने तो पणजी शहर के महापौर उदय मडकाइकर को भी प्रोत्साहित किया, जो गायक नहीं हैं।