गीता दत्त की जिंदगी से जुड़े 10 फैक्ट, डेब्यू फिल्म में दो गीतों में गाई थी बस दो-दो लाइनें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 23, 2018 07:53 AM2018-11-23T07:53:51+5:302018-11-23T07:53:51+5:30
Geeta Dutt birth Anniversary 10 Interesting Facts: गीता दत्त को 1947 में आई फिल्म 'दो भाई' फिल्म के गाने 'मेरा सुंदर सपना बीत गया' से जबरदस्त लोकप्रियता मिली। इस फिल्म में संगीत एसडी बर्मन ने दिया था।
गीता दत्त (23 नवंबर 1930- 20 जुलाई 1972) को भारत की सर्वश्रेष्ट प्लेबैक सिंगरों में शुमार किया जाता है। बाज़ी, आर पार, काग़ज के फूल, प्यासा, चौदहवीं का चांद, साहब बीबी और ग़ुलाम जैसी फिल्मों में गाये उनके गीत हिन्दी सिनेमा के सदाबहार गीतों में शुमार किये जाते हैं। गीता दत्त के ज्यादातर हिट गाने उनके पति गुरु दत्त की फिल्मों के लिए गाये गये थे। गीता दत्त की जयंती पर आइए जानते हैं उनसे जुड़े फैक्ट-
1- गीता दत्त का जन्म 23 नवंबर 1930 को पूर्वी बंगाल के फरीदकोट जिले के इदलापुर गाँव में हुआ था।
2- गीता दत्त के पिता देवेंद्र नाथ चौधरी गाँव के जमींदार थे। गीता दत्त की माँ अमया रॉय चौधरी संगीत और शायरी में रुचि रखती थीं।
3- गीता दत्त के 10 भाई-बहनों (छह भाई चार बहनें) में उन्हें माँ से संगीत की अभिरुचि विरासत मिली थी।
4- गीता दत्त की पढ़ाई एंग्लो बंगाली स्कूल में हुई थी। उन्होंने पंडित हीरेंद्रनाथ चौधरी से संगीत की शिक्षा ली थी।
5- गीता दत्त जब करीब 12 साल की थीं तब 1942 में उनके पिता मुंबई (तब बॉम्बे) जा बसे। उनका परिवार दादर स्थित एक फ्लैट में रहता था।
6- गीता दत्त दाके फ्लैट के पास ही संगीतकार के हनुमान प्रसाद आते-जाते थे। हनुमान प्रसाद ने गीता की आवाज़ सुनी और उनके माता-पिता को समझाया कि वो अपनी बेटी को फिल्मों में गाने के लिए प्रशिक्षण दें। उसके बाद हनुमान प्रसाद गीता को संगीत की शिक्षा देने लगे। हनुमान प्रसाद ने ही गीता को 1946 में 'भक्त प्रह्लाद' फिल्म से प्लेबैक सिंगिंग में ब्रेक दिया। हालाँकि इस फिल्म में गीता को दो गीतों में दो-दो लाइन गाने को मिला था।
7- 1947 में आई फिल्म 'दो भाई' फिल्म के 'मेरा सुंदर सपना बीत गया' काफी हिट हुआ। इस गीत ने गीता दत्त को मशहूर कर दिया। इस फिल्म में संगीत एसडी बर्मन ने दिया था। गीता दत्त ने बाद में एसडी बर्मन के संगीत-निर्देशन में कई एवरग्रीन गीत दिए थे।
8- गीता का असल नाम गीता रॉय चौधरी था। 1953 में गुरु दत्त से शादी के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर गीता दत्त कर लिया।
9- प्लेबैक सिंगर के तौर पर गीता दत्त की आखिरी फिल्म थी अनुभव (1971) जिसके संगीतकार थे कनु रॉय।
10- 20 जुलाई 1972 को गीता दत्त का मुंबई के हरिकृष्ण दास अस्पताल में लिवर सिरोसिस की वजह से निधन हो गया। गुरु दत्त के 1964 में निधन के बाद गीता दत्त को शराब की लत लग गयी थी जो उनकी मौत का कारण बना।