Manoj Kumar Death: दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार का निधन, 87 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
By अंजली चौहान | Updated: April 4, 2025 09:29 IST2025-04-04T07:34:31+5:302025-04-04T09:29:23+5:30
Manoj Kumar Death: 'रोटी, कपड़ा और मकान' और 'क्रांति' जैसी फिल्मों के लिए मशहूर अभिनेता मनोज कुमार का 87 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया।

Manoj Kumar Death: दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार का निधन, 87 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
Manoj Kumar Death: हिंदू सिनेमा में जाने-माने दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार का निधन हो गया है। मनोज कुमार 87 वर्ष के थे और उन्होंने कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। अपनी देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर, उन्हें 'भारत कुमार' उपनाम मिला।
फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने ये जानकारी साझा करते हुए कहा, "महान दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता, हमारे प्रेरणास्रोत और भारतीय फिल्म उद्योग के 'शेर' मनोज कुमार जी अब नहीं रहे...यह उद्योग के लिए बहुत बड़ी क्षति है और पूरी इंडस्ट्री उन्हें याद करेगी।"
#WATCH | Mumbai | On the demise of Indian actor and film director Manoj Kumar, Filmmaker Ashoke Pandit says, "...The legendary Dadasaheb Phalke award winner, our inspiration and the 'lion' of the Indian film industry, Manoj Kumar Ji is no more...It is a great loss to the industry… pic.twitter.com/vWL7FRI44D
— ANI (@ANI) April 4, 2025
फिल्म उद्योग और उनके प्रशंसक दिग्गज अभिनेता के जाने पर शोक मना रहे हैं। प्रसिद्ध हस्तियों और उनके बड़े प्रशंसकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें एक महान अभिनेता बताया, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में बहुत बड़ा योगदान दिया।
प्रारंभिक जीवन और करियर:
24 जुलाई, 1937 को हरिकृष्ण गिरि गोस्वामी के रूप में जन्मे मनोज कुमार हिंदी सिनेमा में एक प्रमुख व्यक्ति थे, जो अपनी देशभक्ति फिल्मों और 'भारत कुमार' उपनाम के लिए जाने जाते थे।
देशभक्ति फ़िल्में:
मनोज कुमार को देशभक्ति थीम वाली फ़िल्मों में अभिनय और निर्देशन के लिए जाना जाता था, जिसमें "शहीद" (1965), "उपकार" (1967), "पूरब और पश्चिम" (1970), और "रोटी कपड़ा और मकान" (1974) शामिल हैं।
पुरस्कार और सम्मान:
भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए मनोज कुमार को 1992 में पद्म श्री और 2015 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उपनाम: 'भारत कुमार'
उनका उपनाम "भारत कुमार" उनकी देशभक्ति भूमिकाओं और फिल्म "उपकार" में उनके द्वारा निभाए गए किरदार से जुड़ा है।
अन्य उल्लेखनीय फ़िल्में:
अपनी देशभक्ति फिल्मों के अलावा, उन्होंने "हरियाली और रास्ता", "वो कौन थी", "हिमालय की गोद में", "दो बदन", "पत्थर के सनम", "नील कमल" और "क्रांति" जैसी अन्य उल्लेखनीय फिल्मों में भी अभिनय और निर्देशन किया।