Birthday Special: किशोर कुमार, जिनका एक्टिंग में नहीं था कोई इंटरेस्ट, पढ़ें महान सिंगर और एक्टर की जिंदगी के से जुड़े रोचक किस्से
By प्रतीक्षा कुकरेती | Published: August 4, 2019 09:08 AM2019-08-04T09:08:23+5:302019-08-04T09:13:43+5:30
किशोर कुमार की मधुर आवाज़ फिल्म स्टार राजेश खन्ना पर बहुत भांति थी. सुपरस्टार राजेश खन्ना फिल्म प्रोड्यूसर से किशोर से ही अपने लिए गाने गंवाने की रिक्वेस्ट किया करते थे.
मशहूर सिंगर किशोर कुमार हर दिल के अजीज थे. आज भले ही वो हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनकी सुरीली आवाज़ उनके होने का एहसास कराती है. सिंगिंग ही नहीं, किशोर दा एक्टिंग, प्रोडक्शन, म्यूजिक और डायरेक्शन में भी माहिर थे. बतौर एक्टर किशोर कुमार ने 'चलती का नाम गाड़ी', 'हॉफ़ टिकेट', 'पड़ोसन' और 'झुमरु' जैसी कई फ़िल्मों में काम किया. तो चलिए आज उनके जन्मदिन पर आपको बताते है किशोर कुमार से जुड़ी कुछ रोचक बातें
रोते-रोते हुआ गला साफ
मध्य प्रदेश के खंडवा में 4 अगस्त, 1929 को जन्मे किशोर कुमार का असली नाम आभास कुमार गांगुली था. किशोर कुमार के बड़े भाई अशोक कुमार ने बताया था की बचपन में किशोर दा की आवाज एकदम फटे बांस की तरह थी. लेकिन एक बार उनका पांव सब्ज़ी काटने वाली दराती पर पड़ गया था और उन्हें गहरी चोट लगी थी. 2-3 दिन तक लगातार किशोर कुमार रोते रहे. इतना रोने से उनका गला साफ़ हो गया था.
आनंद के लिए थे पहली पसंद
सबसे ताज्जुब की ये बात है कि किशोर कुमार ने गाने की कोई ट्रेनिंग नहीं ली थी. बिना ट्रेनिंग के ही वो हिंदी सिनेमा के टॉप सिंगर बने रहे. 'आनंद' फिल्म के डायरेक्टर ऋषिकेश मुख़र्जी की पहली पसंद किशोर कुमार ही थे. दरअसल किशोर दा का किसी बंगाली डायरेक्टर के साथ झगड़ा हो गया था और उन्होंने अपने वॉचमैन से कह दिया था कि अगर कोई बंगाली घर के अंदर आये तो उसे भगा देना. बस उसी दिन डायरेक्टर ऋषिकेश मुख़र्जी किशोर कुमार से मिलने उनके घर पहुंच गए. गार्ड ने उन्हें भला-बुरा कहकर भगा दिया इस बात से नाराज़ ऋषिकेश मुख़र्जी ने अपनी फिल्म 'आनंद' के लिए राजेश खन्ना को साइन कर लिया।
नहीं करना चाहते थे एक्टिंग
किशोर कुमार कभी एक्टिंग नहीं करना चाहते थे लेकिन उनके बड़े भाई अशोक कुमार ने बॉलीवुड में कदम जमाने के लिए उन्हें एक्टिंग करने को कहा. किशोर दा एक्टिंग के लिए सीरियस नहीं थे. अशोक कुमार के बार-बार आग्रह करने पर किशोर दा ने एक्टिंग करने का मन बना लिया था. किशोर कुमार प्रसिद्ध गायक केएल सहगल के बहुत बड़े फैन थे. वो उनकी तरह ही गाना चाहते थे.
किशोर कुमार ने चार शादियां की
उनकी पहली शादी रुमा गुहा ठाकुरता से हुई थी. उन्होंने दूसरी शादी मधुबाला से की थी. लेकिन शादी के 9 साल बाद मधुबाला का निधन हो गया था. साल 1976 में किशोर दा ने अभिनेत्री योगिता बाली के साथ शादी की. उन्होंने आखरी शादी लीना चंद्रावरकर से की थी. फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ की शूटिंग के दौरान किशोर कुमार की मुलाकत उस वक़्त की मशहूर एक्ट्रेस मधुबाला से हुई. तब किशोर दा अपनी पहली पत्नी रोमा से अलग हो गए थे.
मधुबाला के लिए बदला था अपना धर्म
शूटिंग के दौरान दोनों की दोस्ती हुई और ये दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई. मधुबाला के दिल में छेद होने के बावजूद भी किशोर कुमार ने उनसे शादी कर ली. शादी के बाद वो मधुबाला का इलाज कराने के लिए लंदन चले गए थे. बहुत कोशिशो के बाद भी किशोर कुमार मधुबाला को बचा नहीं सके. मधुबाला से शादी करने के लिए किशोर कुमार ने अपना धर्मान्तरण कराया, क्योंकि मधुबाला एक मुस्लिम थीं. रिपोर्ट्स के अनुसार किशोर कुमार ने अपना नाम बदलकर करीम अब्दुल्ला रखा था.
संजय गांधी चाहते थे रैलियों में गाए गाना
इमरजेंसी के वक़्त कांग्रेस नेता संजय गांधी चाहते थे कि किशोर कुमार कांग्रेस की रैली में गाना गाएं और कांग्रेस का प्रचार करे. लेकिन किशोर दा ने ख़राब तबियत का हवाला देते हुए इसके लिए मना कर दिया. पर इसके लिए किशोर कुमार को भारी कीमत चुकानी पड़ी थी. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उन पर अनौपचारिक प्रतिबंध लगा दिया था. आकाशवाणी और दूरदर्शन पर किशोर कुमार के गाने बजने बंद हो गए थे. इमरजेंसी खत्म होने तक उन पर यह बैन लगा रहा.
किशोर दा, लता मंगेशकर के भी पसंदीदा गायक थे. इतना ही नहीं उनकी बहन आशा भोसले के भी सबसे पसंदीदा गायक किशोर कुमार थे. किशोर कुमार को अंग्रेज़ी 'क्लासिक' फ़िल्में देखने का बहुत शौक था.
किशोर कुमार की मधुर आवाज़ फिल्म स्टार राजेश खन्ना पर बहुत भांति थी. सुपरस्टार राजेश खन्ना फिल्म प्रोड्यूसर से किशोर से ही अपने लिए गाने गंवाने की रिक्वेस्ट किया करते थे.
फिल्म ‘अमानुष’ के गीत ‘दिल ऐसा किसी ने मेरा’ और ‘डॉन’ के गीत ‘खाइके पान बनारस वाला’ के लिए किशोर कुमार को फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया था.
अशोक कुमार के जन्मदिन पर हुआ किशोर कुमार का निधन
किशोर कुमार ने अपने बड़े भाई अशोक कुमार के 76वें जन्मदिन पर एक बड़ी पार्टी का प्लान किया था. लेकिन कौन जानता था की ये जश्न मय्यत में तब्दील हो जायेगा. 13 अक्टूबर 1987 को शाम 04:45 पर किशोर कुमार का अपने निवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था.