इंडिया बनाम भारत के बीच छिड़ी बहस के बीच अक्षय कुमार ने बदला फिल्म का नाम, टाइटल से 'इंडियन' हटाकर 'भारत' जोड़ा
By अंजली चौहान | Published: September 6, 2023 08:32 PM2023-09-06T20:32:11+5:302023-09-06T20:34:55+5:30
इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की योजना बना रही है, अक्षय कुमार ने अपनी आगामी फिल्म 'मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू' का नाम बदल दिया है। पहले इसका नाम 'मिशन रानीगंज: द ग्रेट इंडियन रेस्क्यू' था।
इंडिया बनाम भारत: इन दिनों देश में इंडिया का नाम बदलकर भारत करने को लेकर मुद्दा गरमाया हुआ है। एक के बाद एक राजनेताओं द्वारा इस मुद्दे को लेकर नई बयानबाजी की जा रही है तो बॉलीवुड की भी इसमें एंट्री हो गई है।
बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार यानी अक्षय कुमार ने अपनी आने वाली फिल्म का नाम बदल दिया है। इस फिल्म का शीर्षक 'मिशन रानीगंज: द ग्रेट इंडियन रेस्क्यू' था जिसे बदलकर अब 'मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू' कर दिया है।
निर्माताओं ने आगामी फिल्म के फर्स्ट लुक पोस्टर के साथ इसकी घोषणा की। फिल्म के पोस्टर में रिलीज डेट का खुलासा भी किया गया है जिसके अनुसार, फिल्म 6 अक्टूबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।
क्या है फिल्म की कहानी?
यह फिल्म "रानीगंज कोलफील्ड" में एक वास्तविक जीवन की घटना से प्रेरित है। मिशन रानीगंज: द ग्रेट भारत रेस्क्यू फिल्म बहादुर खनन इंजीनियर जसवंत सिंह गिल की सच्ची कहानी पर आधारित है, जिन्होंने 1989 में रानीगंज कोलफील्ड्स में 64 खनिकों को बचाया था।
वीर जसवन्त सिंह गिल ने नवंबर 1989 में रानीगंज में बाढ़ वाली कोयला खदान के अंदर फंसे सभी जीवित खनिकों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो सभी बाधाओं के बावजूद भारत में एक सफल बचाव अभियान था।
मुख्य भूमिका में अक्षय कुमार, परिणीति चोपड़ा, कुमुद मिश्रा, पवन मल्होत्रा, रवि किशन, वरुण बडोला, दिब्येंदु भट्टाचार्य, राजेश शर्मा, वीरेंद्र सक्सेना, शिशिर शर्मा, अनंत महादेवन, जमील खान, सुधीर पांडे, बचन पचेरा, मुकेश भट्ट, ओंकार दास मानिकपुरी, 'मिशन रानीगंज' मानवीय भावना और इंजीनियरिंग दिमाग के लचीलेपन, दृढ़ संकल्प और वीरता का एक प्रतीक है।
यह फिल्म रुस्तम के बाद टीनू सुरेश देसाई की अगली थ्रिलर भी है, जिसने उन्हें बड़े पैमाने पर आलोचनात्मक और व्यावसायिक प्रशंसा हासिल की।
बता दें कि भारत में विपक्षी राजनीतिक दलों ने जी20 रात्रिभोज के निमंत्रण में 'इंडिया के राष्ट्रपति' के बजाय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जिक्र करते हुए 'भारत के राष्ट्रपति' के उल्लेख पर आपत्ति जताई थी।
जी20 शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में अपनी इंडोनेशिया यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'भारत के प्रधानमंत्री' के रूप में संदर्भित किया गया था।