ब्लॉग: भूखों मरने के बाद भी अपना रक्षा बजट बढ़ा रहा पाकिस्तान, इस बार 15.5% की वृद्धि
By विवेक शुक्ला | Published: June 12, 2023 03:11 PM2023-06-12T15:11:16+5:302023-06-12T15:11:16+5:30
पाकिस्तान का दुर्भाग्य है कि उसे शुरू से ही एक नंबर की भ्रष्ट सेना को झेलना पड़ रहा है. पिछले साल जब पाकिस्तान बाढ़ से तबाह हो रहा था, तब वहां की सरकार अमेरिका से एफ-16 लड़ाकू विमानों को खरीदने का सौदा कर रह थी.
जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के समधी और पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार बीते शुक्रवार को अपने देश के साल 2023-24 के बजट को इस्लामाबाद में पेश कर रहे थे तब रावलपिंडी में स्थित पाकिस्तान आर्मी के हेडक्वार्टर में बैठे जनरल उनके भाषण को अवश्य सुन रहे होंगे. आर्मी हेड क्वार्टर में इत्मीनान महसूस किया गया होगा कि वित्त मंत्री ने रक्षा बजट को बढ़ा दिया है. दरअसल तमाम तरह के संकटों से दो-चार हो रहे पाकिस्तान में पेश अगले वित्त वर्ष के बजट में रक्षा क्षेत्र पर व्यय को 15.5 प्रतिशत बढ़ाकर 1.8 लाख करोड़ रुपए करने का प्रस्ताव रखा गया.
पर ये कोई पहली बार नहीं हो रहा कि पाकिस्तान ने तमाम मसलों को दरकिनार करते हुए अपने रक्षा बजट को बढ़ाया हो. भारत का डर दिखाकर सेना वहां सरकार पर दबाव बनाए रखती है कि वह रक्षा बजट को बढ़ाती रहे. इससे सेना को लूट-खसोट करने का मौका मिलता रहता है. पाकिस्तान ने भारत पर 1948, 1965, 1971 में और 1999 में कारगिल में हमला किया. हर बार पाक को पराजय का सामना करना पड़ा. भारत ने उस पर एक बार भी हमला नहीं किया पर पाक सेना भारत का डर दिखाने में सफल रहती है.
पाकिस्तान का दुर्भाग्य है कि उसे शुरू से ही एक नंबर की भ्रष्ट सेना को झेलना पड़ रहा है. पिछले साल जब पाकिस्तान बाढ़ से तबाह हो रहा था, तब वहां की सरकार अमेरिका से एफ-16 लड़ाकू विमानों को खरीदने का सौदा कर रह थी. इन्हें खरीदने का मकसद कुछ नेताओं और जनरलों को मोटी कमाई करवाना था. पाकिस्तान में बाढ़ के चलते भारी संख्या में घर और खेत तबाह हो गए थे. पेट्रोल पंप डूब गए थे. बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही सिंध प्रांत में मचाई. बाढ़ ने अनाज से लेकर पीने का पानी तक छीन लिया था. पर सरकार फिर भी युद्धक विमान का सौदा कर रही थी.
पाकिस्तान में सरकार चाहे किसी की भी हो, उनका सारा फोकस रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी करने पर रहता है. उन्हें देश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की रत्तीभर भी चिंता नहीं है. वहां इंफ्रास्ट्रक्चर नाम की कोई चीज नहीं है. रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी पर पाकिस्तान का तर्क होता है कि चूंकि उसके पड़ोसी भारत का रक्षा बजट बहुत अधिक है, इसलिए उसे अपने रक्षा बजट पर ध्यान देना होता है.
अब इस तरह के कमजोर तर्क गढ़ने वालों को कोई बता दे कि भारत को अपने रक्षा बजट पर इसलिए फोकस करना होता है क्योंकि उसके इर्द-गिर्द दो धूर्त शत्रु राष्ट्रों की सरहदें मिलती हैं. भारत की पकिस्तान से चार जंगें हुईं. चीन से भी 1962 में भीषण जंग हुई. भारत-चीन सीमा पर लगातार तनाव की स्थिति रहती है. जिन सवालों पर 1962 में जंग हुई थी वे सवाल अब भी अनसुलझे ही हैं इसीलिए भारत को रक्षा बजट पर ध्यान देना होता है.