New York Mayor 2025: अमेरिका के सबसे महंगे और विविध संस्कृति वाले न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के लिए आगामी चुनाव न केवल अमेरिका में, बल्कि भारत सहित दुनियाभर में पहली बार इतनी चर्चा का केंद्र बन गया है, जितना शायद ही पहले कभी रहा हो. इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने एक नई उत्सुकता जगा दी है. जोहरान अपने चुनाव प्रचार के मुद्दों, बल्कि आक्रामक टिप्पणियों को लेकर चर्चाओं के साथ-साथ विवादों का केंद्र रहे हैं. उनके अनेक विरोधियों का तो कहना है कि उनके चुनाव प्रचार में ‘हेट स्पीच’ झलकती है.
लेकिन उनकी जनसभाओं में जिस तरह से न्यूयॉर्क में बसे सभी देशों के मूल के युवाओं के सहित स्थानीय न्यूयॉर्क वासियों की भीड़ देखी जा रही है, उससे जोहरान और उनके समर्थक जीत के प्रति आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं. जोहरान का चुनाव प्रचार हिंदी फिल्मों के डायलॉग से अछूता नहीं है.
अक्सर वे भारतीयों, युवाओं को प्रभावित करने के लिए बॉलीवुड अभिनेता की तरह डॉयलाग सुनाते हुए नजर आते हैं, तो कभी हाथ से चावल खाने के वीडियो के जरिये बताते हैं कि उनकी जड़ें कहां से हैं. लेकिन उनके विरोधी इन्हें लोकलुभावन चुनाव शैली और सतही चुनावी वादे ही बता रहे हैं. ममदानी का घोषणापत्र कई प्रगतिशील योजनाओं पर आधारित है.
वे अपने चुनाव अभियान में रोटी, कपड़ा, मकान और मुफ्त बस सेवा की बात कर रहे हैं. अपने अभियान में वह बार-बार आम लोगों की आवाज बनने का वादा कर रहे हैं. न्यूयॉर्क जैसे अति महंगे शहर में आर्थिक अस्थिरता की मार झेल रहे न्यूयॉर्कवासियों के लिए यह सब उम्मीदों वाला चुनाव प्रचार है, जबकि उनके कई विरोधी इसे लोकलुभावन वादे बता रहे हैं.
ममदानी ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा भी कि न्यूयॉर्क एक ऐसा शहर है जहां हर चार में से एक व्यक्ति गरीबी में जी रहा है और जहां पांच लाख बच्चे हर रात भूखे सोते हैं. लेकिन उनके विरोधियों का मानना है कि अगर जोहरान चुनाव जीत भी जाते हैं तो सीमित अधिकार क्षेत्र के चलते वे ज्यादा कुछ कर नहीं पाएंगे.
जोहरान भारतीय मूल के मुस्लिम पिता की संतान हैं, उनके पुरखे मूलतः गुजरात से हैं. उनके पिता जाने-माने शिक्षाविद् और विद्वान हैं, जो बाद में युगांडा चले गए. उनकी मां मीरा नायर भारतीय मूल की पंजाबी हैं. वे मशहूर फिल्मकार हैं. जोहरान ममदानी की पत्नी यानी रमा दुवाजी सीरियाई मूल की हैं.
कहा जा रहा था कि उन्होंने जानबूझकर अपने चुनाव प्रचार से रमा दुवाजी को दूर रखा, क्योंकि वे फिलिस्तीन समर्थक हैं. बहरहाल ममदानी अपने चुनाव प्रचार के दौरान खासी लोकप्रियता बटोर रहे हैं, लेकिन देखना होगा कि ये लोकप्रियता वोटों में तब्दील हो पाती या नहीं और अगर वे चुनाव जीत भी जाते हैं तो सीमित अधिकार क्षेत्र के चलते वे अपने चुनावी वादों को कितना अमली जामा पहना पाते हैं.
अमेरिका के सबसे महंगे और वैविध्य संस्कृति वाले ‘एलीट’ शहर के मेयर पद का चुनाव और जोहरान की डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी ने इसे खासा रोचक तो बना ही दिया है, जिसके चुनाव परिणाम पर दुनिया भर की नजरें हैं कि मदनानी अगर चुनाव जीतते हैं तो अमेरिका की राजनीति में इसके क्या दू्रगामी परिणाम होंगे.