लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: पाकिस्तान में बाढ़ की विभीषिका के बीच भारत पहुंचा सकता है पड़ोसी मुल्क को बड़ी मदद

By वेद प्रताप वैदिक | Updated: September 1, 2022 11:16 IST

पाकिस्तान इन दिनों भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है। इसे लेकर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया। पाकिस्तान में भी पीएम मोदी के इस बयान की सराहना हो रही है। वहीं, भारत इस मुश्किल घड़ी में बड़ी मदद भी पाकिस्तान को पहुंचा सकता है लेकिन....

Open in App

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के लोगों को बाढ़ से होने वाली तकलीफ के बारे में जैसी भावभीनी प्रतिक्रिया की है, वह बड़ी मार्मिक थी. पाकिस्तान के कई नेताओं, पत्रकारों और समाजसेवियों ने मोदी के उस बयान की सराहना की है लेकिन पाकिस्तान की सरकार या उसके दिल्ली स्थित दूतावास ने अभी तक कोई इशारा भी नहीं किया है कि यदि भारत मदद की पेशकश करेगा तो वे उसे सहर्ष स्वीकार करेंगे. 

दुर्भाग्य है कि दोनों देशों के फौजी और राजनीतिक रिश्ते ऐसे विकट रहे हैं कि इस भयानक विभीषिका के दौरान भी वे एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं करते हैं.

पाकिस्तान के कुछ उच्चस्तरीय नेताओं ने बातचीत में मुझसे कहा है कि यदि मोदी सरकार खुद मदद की पहल करेगी तो शाहबाज सरकार को उसे स्वीकार करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. हो सकता है कि शाहबाज सरकार के विरोधी उसके खिलाफ अभियान चला दें. 

उनकी राय थी कि कुछ गैर-सरकारी भारतीय संगठन मदद के लिए आगे आ जाएं तो बहुत अच्छा होगा. यों भी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेनापति जनरल कमर जावेद बाजवा भारत के प्रति पिछले दिनों नरमी का रुख अपनाते हुए लग रहे थे. वे भारत से बातचीत शुरू करने की संभावनाएं तलाश रहे थे. 

हाल ही में पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने कहा है कि बाढ़ की वजह से हमारी फसलें नष्ट हो गई हैं, अब हमें भारत से सब्जियां और अनाज तुरंत आयात करने होंगे.

पिछले तीन साल से भारत-पाक व्यापार भी ठप पड़ा हुआ है. चीन के साथ गलवान घाटी में खूनी मुठभेड़ हुई है लेकिन इस बीच भारत-चीन व्यापार में अपूर्व बढ़ोत्तरी हुई है. पाकिस्तान के व्यापारी तो व्यापार के दरवाजे खुलवाना चाहते हैं लेकिन नेताओं और जनरलों को कौन समझाए? इस समय शाहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो यदि भारत से रिश्ते सुधारने की पहल करें तो इमरान खान भी उसका विरोध नहीं करेंगे. 

जहां तक धारा 370 और 35 ए को खत्म करने की बात है, पाकिस्तान ने उसका डटकर विरोध किया है लेकिन पिछले 3 साल में अब उसकी समझ में यह आ गया है कि इस बारे में अब कुछ नहीं किया जा सकता. यदि तालिबान की सरकारवाले अफगानिस्तान को भारत मदद भिजवा सकता है तो शाहबाज शरीफ के पाकिस्तान को मदद भिजवाने में झिझक क्यों होनी चाहिए? 

टॅग्स :पाकिस्ताननरेंद्र मोदीबाढ़शहबाज शरीफइमरान खान
Open in App

संबंधित खबरें

भारतBihar: नीतीश कुमार के हिजाब विवाद को लेकर मिली पाकिस्तान से धमकी, महिला डॉक्टर नुसरत परवीन ने छोड़ दिया बिहार

विश्वविदेशी धरती पर पीएम मोदी को मिला इथियोपिया का सर्वोच्च सम्मान, यह अवार्ड पाने वाले बने विश्व के पहले नेता

विश्वऔकात से ज्यादा उछल रहा बांग्लादेश

भारतYear Ender 2025: चक्रवात, भूकंप से लेकर भूस्खलन तक..., विश्व भर में आपदाओं ने इस साल मचाया कहर

भारतकौन हैं ऋतुराज सिन्हा?, नितिन नबीन की जगह दी जाएगी बड़ी जिम्मेदारी

विश्व अधिक खबरें

विश्व1 जनवरी 2026 से लागू, 20 और देशों पर यात्रा प्रतिबंध?, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा, देखिए सूची

विश्वIndia-Israel: विदेश मंत्री जयशंकर की इजरायली पीएम नेतन्याहू से मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा

विश्वसोशल मीडिया बैन कर देने भर से कैसे बचेगा बचपन ?

विश्व7 सिस्टर्स को भारत से अलग कर देंगे: बांग्लादेश नेता की गीदड़ भभकी, असम के सीएम ने भी दिया करारा जवाब, VIDEO

विश्वखुद ड्राइव कर प्रधानमंत्री मोदी को जॉर्डन संग्रहालय ले गए प्रिंस अल हुसैन बिन अब्दुल्ला द्वितीय, वीडियो