दर्द, यादें, तड़प और मायूसी...टूटे हुए रिश्तों के इनके सिवा और भी हैं हासिल
By गुलनीत कौर | Published: April 5, 2018 04:47 PM2018-04-05T16:47:34+5:302018-04-05T16:47:34+5:30
दर्द, यादें, तड़प और मायूसी... इन शब्दों के साथ ही वे लोग जीने लगते हैं जो किसी के गहरे प्यार में डूबने के मायने समझते हों।
सालों का साथ भी पलक झपकते ही छूट जाता है। कितने खुश थे, सब सही चल रहा था, किसी बात की कोई कमी नहीं थी लेकिन फिर ऐसा मोड़ आया कि सब खत्म हो गया। आज कल के कपल्स कुछ इसी तरह के रिश्तों को जी रहे हैं, महसूस कर रहे हैं और इसी भावना के साथ एक-दूसरे से अलग भी हो जाते हैं। रिश्ता उसने तोड़ा, या आपने तोड़ा, सच तो यह है कि आखिरकार रिश्ता टूट गया। अब आगे क्या? क्या जिन्दगी खत्म? क्या अब कुछ नहीं हो सकता? क्या प्यार के मायने बदल गए? या प्यार था ही नहीं?
दर्द, यादें, तड़प और मायूसी... इन शब्दों के साथ ही वे लोग जीने लगते हैं जो एक समय पर किसी के साथ गहरे प्यार में डूबे थे। उसके बिना जिंदगी जीने का सोच भी नहीं सकते थे लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि प्यार से उनका विश्वास ही उठ गया। जब हम एक रिलेशनशिप से बाहर आते हैं तो जिंदगी कभी भी पहले जैसी नहीं रहती है। संभव है कि आपके आसपास का माहौल वही हो, वही घर है, वही ऑफिस है, वही स्कूल-कॉलेज और दोस्त हैं, लेकिन कुछ बदला है तो वह है आपकी अपनी पर्सनल लाइफ। जिसमें तूफान-सा चल रहा है, जिसे केवल आप खुद ही महसूस कर सकते हैं।
रिश्ता टूटा था या तोड़ा गया, लेकिन इसके बाद जो हमारे साथ होता है वही सभी के साथ होता है। लेकिन उस परिस्थिति में हम क्या करते हैं, कैसे आगे बढ़ते हैं, यह निर्भर करता है व्यक्ति की सोच पर। एक बुरे रिलेशनशिप से बाहर निकलकर सबसे पहले अपनी लाइफ को एकदम शुरू से शुरू करें। माना कि कुछ दिन आप रोएंगे, अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड की याद में तड़पेंगे, कुछ भी करने का आपका मन नहीं करेगा, लेकिन लाइफ यहीं खत्म तो नहीं होती है ना? उठो और शुरू से शुरू करो।
उससे प्यार क्यूं किया, क्यूं वो जिंदगी में आई या आया, क्यूं उसे जिंदगी में इतनी अहमियत दी? इन सवालों को अक्सर पूछने भर दुःख और तकलीफ ही मिलती है। लेकिन इन्हें छोड़ें और आगे बढ़ें। दोस्तों से मिलें, नए दोस्त बनाएं लेकिन इन नए लोगों से मिलने के बाद उनमें फिर किसी ऐसे शख्स को हरगिज़ ना ढूंढें जो आपके अकेलेपन को दूर कर सके। जरूरत पड़ने पर नहीं, जब खुद तैयार हो जाएं तो आगे बढ़ें। अक्सर जल्दबाजी में हम फिर से वही गलती करने जा रहे होते हैं जो हम पहले भी कर चुके हैं।
उसे गए हुए काफी साल हो गए, लेकिन उसकी यादें आज भी वही दर्द ले आती हैं जो सालों पहले महसूस किया था। आप उसके लिए आज भी रोते हैं, लेकिन सच तो यह है कि आप अपने लिए रो रहे हैं। उस दर्द और तन्हाई से बाहर आने में असमर्थ हैं इसलिए रो रहे हैं। लेकिन क्या यह दर्द और तकलीफ के काबिल है वो? अगर नहीं तो छोड़ दो इसे और आगे बढ़ो।
उसके साथ बिताया हर पल वाकई अनमोल रहा होगा। इसमें कोई शक नहीं कि प्यार कि शुरुआत कुछ अच्छी बातों से ही हुई होगी। कुछ अच्छाई देखकर ही आगे बढ़े होंगे, लेकिन समय रहते जब उन अच्छाईयों पर बुराइयां हावी हो गई तो यह भी उस रिश्ते की एक 'सीख' थी। आपने प्यार और दुःख दोनों का अनुभव किया। तो इस अनुभव से कुछ सीखा ही तो सही।
क्या यह सच है कि प्यार एक बार होता है? शायद हां और शायद ना। इसका फैसला किसी किताब या लेखक की चंद लाइनों से ना करें। खुद करें इसका फैसला। एक रिलेशनशिप के फेल होने के बाद जब हम फिर से आगे बढ़ते हैं तो खुद की कमियों को सुधारते हुए बढ़ते हैं। बीते रिलेशनशिप में हमारी इन कमियों ने रिश्ते को खराब किया, अब आगे उसे दोहराने नहीं देंगे। इसी तरह से हम केवल अपने पार्टनर को ही नहीं, जिन्दगी में खुद को भी समझते हैं। अपनी खुद की सच्चाई से रूबरू होते हैं।
हिम्मत... यही है उस टूटे हुए रिश्ते की एक ऐसी चीज जिसके लिए आप उस खत्म हो चुके रिश्ते को भी शुक्रिया कहेंगे। रिश्ता आपने तोड़ा या वो छोड़कर चला गया या चली गई। कोई मजबूरी थी या मजाक बना गया। कारण कुछ भी हो, उस दर्द से निकलने में आपने जो संघर्ष किया उसने आपको हिम्मत दी। आपको इमोशनली स्ट्रांग बनाया।
किन कारणों से रिश्ता टूटा, क्या पसंद नहीं आया, क्या पसंद आया, एक रिश्ते के खत्म होने के बाद यह सभी बातें समझ में आती हैं। हर इंसान की अपनी क्वालिटी होती है। जिसके साथ आप थे वह अलग स्वभाव के थे और आगे जो मिलेगा उसका भी स्वभाव अलग होगा। लेकिन अब तक आपको क्या चाहिए, यह जरूर क्लियर हो जाता है। और यह सच है कि इस बीच हम खुद को समझने, खुद को ही पाने का सफर कर रहे होते हैं....