वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: जाधव को रिहा करे पाकिस्तान
By वेद प्रताप वैदिक | Published: July 19, 2019 05:59 AM2019-07-19T05:59:53+5:302019-07-19T05:59:53+5:30
भारत कह रहा है कि 16 में से 15 जजों ने जाधव के मुकदमे को फिर से चलाने और उसे भारतीय वकीलों की मदद लेने का अधिकार देकर पाकिस्तान के मुंह पर करारा तमाचा लगाया है और पाकिस्तान कह रहा है कि अदालत ने भारत की इस मांग को खारिज कर दिया है कि जाधव को वह निर्दोष माने और उसे रिहा करे. अदालत ने जाधव की सजा पर पुनर्विचार करने को कहा है. पाकिस्तान उसका स्वागत करता है.
हेग के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के जजों ने अपनी जिंदगी में कुलभूषण जाधव के मामले जैसा फैसला कभी नहीं दिया होगा. इस फैसले का सबसे बड़ा चमत्कार यह है कि वादी और प्रतिवादी दोनों ही जश्न मना रहे हैं.
भारत कह रहा है कि 16 में से 15 जजों ने जाधव के मुकदमे को फिर से चलाने और उसे भारतीय वकीलों की मदद लेने का अधिकार देकर पाकिस्तान के मुंह पर करारा तमाचा लगाया है और पाकिस्तान कह रहा है कि अदालत ने भारत की इस मांग को खारिज कर दिया है कि जाधव को वह निर्दोष माने और उसे रिहा करे. अदालत ने जाधव की सजा पर पुनर्विचार करने को कहा है. पाकिस्तान उसका स्वागत करता है.
अगर पाकिस्तानी लोग इस फैसले पर जश्न मना रहे हैं तो भारत में भी लोग खुश हैं कि कुलभूषण जाधव की जान बच गई. वह बचेगी या नहीं, यह तो पाक की अदालत तय करेगी लेकिन अब पाकिस्तान की फौजी या नागरिक अदालत अपनी मनमानी नहीं कर सकती. उसे भारतीय वकीलों के लिए भी अपने दरवाजे खोलने होंगे.
पाकिस्तान ने जाधव पर एकतरफा फैसला सुनाकर अंतर्राष्ट्रीय अदालत के सामने अपनी नाक नीची कर ली. उसके मृत्युदंड के फैसले पर पुनर्विचार की बात कहकर हेग की अदालत ने पाक को परेशानी में डाल दिया है.
पाकिस्तान को इस बात की तकलीफ जरूर होगी कि इस मामले में अमेरिका और चीन ने भी उसका साथ नहीं दिया. उनके जजों ने भी पाक की आलोचना की है कि उसने जाधव के मामले में वियना संधि या अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का उल्लंघन किया है.
अब यदि जाधव पर दुबारा मुकदमा चलाकर पाकिस्तान उसे फांसी देना चाहेगा तो वह आसान नहीं होगा. बेहतर यही होगा कि इमरान खान गहरी समझदारी का परिचय दें. जैसे उन्होंने भारतीय पायलट अभिनंदन को रिहा किया, वैसे ही वे जाधव को रिहा कर दें. इस काम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उनकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी और भारत-पाक संवाद का रास्ता खुलेगा. ऐसा होने पर जाधव के मामले में भारत और पाकिस्तान दोनों ही जीतेंगे.