ब्लॉग: ओमान में द्विपक्षीय संबंधों के साथ सुरक्षा को भी मजबूती

By शोभना जैन | Published: December 20, 2023 11:20 AM2023-12-20T11:20:07+5:302023-12-20T11:20:31+5:30

भारत को भी अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक धन खर्च करना पड़ रहा है। ऐसे में इस तरह के समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार और बढ़ेगा।

Strengthening security along with bilateral relations in Oman | ब्लॉग: ओमान में द्विपक्षीय संबंधों के साथ सुरक्षा को भी मजबूती

ब्लॉग: ओमान में द्विपक्षीय संबंधों के साथ सुरक्षा को भी मजबूती

ओमान के शासक सुल्तान हैथम बिन तारिक अल सईद की भारत यात्रा ऐसे वक्त हुई है जबकि गाजा को लेकर इजराइल और हमास के बीच पिछले दो माह से भीषण खूनी संघर्ष चल रहा है।गाजा को लेकर अरब और इजराइल के बीच तनातनी चल रही है, ऐसे में खाड़ी क्षेत्र में ओमान जैसे ताकतवर पश्चिम एशियाई देश के सुल्तान की इस यात्रा को खास तौर पर भारत के पक्ष को लेकर ओमान की तरफ से बड़े समर्थन का संकेत माना जा रहा है।

दरअसल इजराइल-हमास युद्ध को लेकर भारत के शुरुआती रुख और गाजा में संघर्ष विराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र में अरब जगत के प्रस्ताव पर भारत की अनुपस्थिति को लेकर अरब जगत में थोड़ी असहज स्थिति बनी थी लेकिन पिछले दो माह में भारत की संतुलन बनाए रखने की डिप्लोमेसी से क्षेत्र में भारत की स्थिति को लेकर कुछ समझबूझ बनी है।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंत्रणा में गाजा पर चर्चा के दौरान समस्या के समाधान के लिए द्वि-राष्ट्र थ्योरी के आधार पर समाधान और इस दिशा में प्रयास किए जाने पर भी समान सहमति दिखी. इस सबके चलते इस यात्रा को खासा सफल माना जा रहा है।

सुल्तान की भारत यात्रा इस नाते भी दोनों देशों के रिश्तों के लिए अहम मानी जा रही है कि पिछले 26 वर्षों में किसी ओमानी सुल्तान की यह पहली भारत यात्रा है। इस दौरे का मकसद ऐतिहासिक रूप से प्रगाढ़ संबंधों को नई वास्तविकताओं के अनुरूप एक नई सकारात्मक ऊर्जा देना रहा।

इसी सोच के चलते दोनों देश व्यापारिक रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा कर रहे हैं। दोनों ने ही इस समझौते को अंतिम रूप देने पर जोर दिया है। वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में विकसित और विकासशील देशों की आपूर्ति चेन पर असर पड़ रहा है।

भारत को भी अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक धन खर्च करना पड़ रहा है। ऐसे में इस तरह के समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार और बढ़ेगा। गौरतलब है कि पिछले वर्ष संयुक्त अमीरात के साथ भी ऐसा ही समझौता किया गया था। भारत और ओमान के बीच 2022-23 में 12.39 अरब डॉलर का कारोबार हुआ। यह 2020-21 के 5.4 अरब डॉलर से ज्यादा है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते काफी मजबूत हैं।

दोनों देशों की एक-दूसरे के यहां कारोबारी गतिविधियां और निवेश है। खासकर ऊर्जा, आधारभूत क्षेत्र और टेक्नोलॉजी सेक्टर में दोनों देशों के बीच काफी अच्छा कारोबारी सहयोग है। ओमान और भारत के बीच छह हजार से ज्यादा संयुक्त उपक्रम चल रहे हैं। इस निवेश की पूरी कीमत साढ़े सात अरब डॉलर से अधिक है। उम्मीद की जा रही है कि मुक्त व्यापार समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापार तेजी से बढ़ेगा।

Web Title: Strengthening security along with bilateral relations in Oman

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