नृशंस, अमानवीय और इस्लाम के नाम पर पाकिस्तान का नंगा खेल एक बार सामने आया है. पुलवामा में सीआरपीएफ के 49 जवानों की शहादत के बाद अभी तक 98 कदम आगे बढ़ने वाले इमरान खान की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन आतंकवादी ने पाकिस्तानी के काले मंसूबों को गैर इस्लामिक तरीके से पूरा करते हुए उसे इस्लामिक प्रक्रिया का हिस्सा बनाने का भरसक प्रयास किया होगा.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही इमरान की तरफ से प्रतिक्रिया आती रही है. उन्होंने बार-बार मोदी सरकार को ललकारते हुए कहा था कि आप 2 कदम आगे बढ़ें, हम 4 कदम आगे बढ़ेंगे. लेकिन भारत के कदम आगे बढ़ाने से पहले ही पाकिस्तान ने अपने नापाक कदम आगे बढ़ा दिए हैं.
पाकिस्तान में सेना का लोकतंत्र पर है कब्ज़ा
इमरान खान की स्टेट प्रायोजित सेना ने भारतीय सेना को एक ना भूला जाने वाला जख्म दिया है. 2016 में उरी हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के माध्यम से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था. जिसके बाद पाकिस्तान की तरफ से कुछ दिन तक आतंकवाद के निर्यात पर रोक लग गई थी. लेकिन पाकिस्तान में सरकार की औकात वहां की सेना के सामने हमेशा से नगण्य रही है. फिर इमरान खान किस दम पर चीत्कार कर रहे थे.
आये दिन हुंकार भरने वाले इमरान खान को आज सांप सूंघ गया है. अभी तक उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. दरअसल इमरान खान प्रधानमंत्री बनने के बाद कुछ ज्यादा ही उत्तेजित हो गए थे. उन्हें अंदाजा नहीं रहा होगा कि उन्हें किसी भी फैसले से पहले सेना के सामने हाजिर होना पड़ेगा.
तालिबान खान के नाम से प्रसिद्ध
इमरान खान को पाकिस्तान में कुछ लोग तालिबान खान के नाम से भी जानते हैं. ऐसा कहा जाता है कि उनके प्रधानमंत्री बनने के पीछे पाकिस्तानी सेना और कट्टरपंथी संगठनों का भी हांथ रहा है. पाकिस्तान से मोस्ट फेवरेट नेशन का दर्जा छिन लिया गया है. अब पाकिस्तान को एक और सर्जिकल स्ट्राइक के लिए तैयार रहना होगा. आर्थिक रूप से बर्बाद होते पाकिस्तान को एक और बर्बादी का मंजर देखना होगा.