ब्लॉग: मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना नहीं
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Published: January 25, 2024 11:55 AM2024-01-25T11:55:09+5:302024-01-25T11:58:46+5:30
ऐसा लगता है कि पीएम मोदी ने भाजपा के सहयोगियों और पार्टी नेतृत्व को संकेत दिया है कि लोकसभा के कार्यकाल के अंत में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार करने से कोई उपयोगी उद्देश्य पूरा नहीं होगा बल्कि इससे गलत संकेत जा सकता है।
ऐसा लगता है कि पीएम मोदी ने भाजपा के सहयोगियों और पार्टी नेतृत्व को संकेत दिया है कि लोकसभा के कार्यकाल के अंत में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार करने से कोई उपयोगी उद्देश्य पूरा नहीं होगा बल्कि इससे गलत संकेत जा सकता है।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी बिहार, पंजाब, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल आदि जैसे कुछ राज्यों में भाजपा की संभावनाओं को लेकर कुछ हद तक चिंतित हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि सहयोगी दलों-एनसीपी, शिवसेना के शिंदे गुट, चिराग पासवान, जद (एस) और उनकी अपनी पार्टी के सहयोगियों को शामिल करने के लिए विस्तार करना ऐसा माना जाएगा जैसे वह उन्हें दिलासा दे रहे हों। इससे पार्टी में शिराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे सिंधिया और कई अन्य लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
महताब की अमित शाह से मुलाकात पर हड़कंप!
इस सप्ताह की शुरुआत में नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बीजू जनता दल के सांसद भर्तृहरि महताब के साथ उनकी एक बैठक ने महताब के भाजपा में शामिल होने की अटकलों को हवा दे दी। महताब का प्रधानमंत्री समेत भाजपा नेताओं से बहुत अच्छा तालमेल है।
कटक के सांसद को पहले उनके द्वारा संपादित दैनिक समाचार पत्र में अपनी पार्टी की आलोचना करने के लिए बीजद नेतृत्व की नाराजगी झेलनी पड़ी था। इसलिए कोई आश्चर्य नहीं कि शाह के साथ महताब की मुलाकात ने बीजद को परेशान कर दिया। लेकिन उन्होंने यह कहते हुए अटकलों पर पानी फेर दिया कि उन्होंने शाह की अध्यक्षता में राज्य भाषा समिति की बैठक में भाग लिया था, जिसके वे भी सदस्य हैं।