निरंकार सिंह का ब्लॉग: ये योजनाएँ बनाएंगी PM नरेंद्र मोदी के सपनों का 'न्यू इंडिया'
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 27, 2018 06:22 PM2018-09-27T18:22:40+5:302018-09-27T18:22:40+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने गरीबों और निम्न मध्यम वर्ग के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। 26 से अधिक लोक-कल्याणकारी योजनाओं के तहत पहले से ही 50 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
निरंकार सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी जन स्वास्थ्य योजना है। इसके दायरे में 10 करोड़ गरीब परिवार आएंगे जो इस योजना से लाभान्वित होंगे।
इसलिए यह प्रधानमंत्री की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना है। इसके अलावा शौचालय और प्रधानमंत्री आवास योजना भी महत्वपूर्ण है। जो पिछले ढाई तीन वर्षों से क्रियान्वित की जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने गरीबों और निम्न मध्यम वर्ग के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की हैं। 26 से अधिक लोक-कल्याणकारी योजनाओं के तहत पहले से ही 50 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है।
उज्ज्वला योजना के तहत 5़5 करोड़ गैस सिलेंडर वितरित किए गए हैं। समाज का हर वह तबका जो लकड़ी के चूल्हे से मुक्ति चाहता था उनमें से ज्यादातर लोगों की चाहत पूरी हुई है।
घर की चाहत रखने वालों का भी एक तबका है जिसमें हर जाति के लोग हैं।
मोदी सरकार ने 1 करोड़ घरों का निर्माण कराया है और भाजपा इस कोशिश में है कि साल 2022 तक सभी के पास अपना घर हो। सवा दो करोड़ घरों में बिजली पहुंचाई गई है।
मिशन इंद्रधनुष के माध्यम से 18 करोड़ से अधिक गरीब बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया है।
सफाई और शौचालय का स्वास्थ्य से सीधा संबंध
स्वच्छता और शौचालय से सिर्फ सम्मान ही नहीं स्वास्थ्य भी जुड़ा है। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के मुताबिक खुले में शौच से मुक्त जगहों पर महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के जरिए गर्भवतियों का चयन सुनिश्चित हुआ है।
‘सुकन्या समृद्धि योजना’ से बेटियों का भविष्य सुरक्षित बना है। इसके 1़ 26 करोड़ से ज्यादा खातों में 20,000 करोड़ रुपए जमा हैं।
‘प्रगति’ ‘उड़ान’ और ‘स्वामी विवेकानंद सिंगल गर्ल चाइल्ड’ जैसी छात्रवृत्तियों से बेटियों के असंख्य सपनों को वृहद आकाश मिला है।
मोदी सरकार जब मातृत्व अवकाश को 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करती है तो कामकाजी मां की भावनाओं का सम्मान भी करती है।
प्रधानमंत्री जब तीन तलाक के मसले पर मुस्लिम बहनों के साथ खड़े दिखते हैं तो इसका अर्थ होता है कि वह महिला अधिकार और सम्मान की कद्र करते हैं।
जब वह हर सरकारी स्कूल में बच्चियों के लिए अलग-अलग शौचालय अनिवार्य करते हैं तो इसका अर्थ है कि वह बच्चियों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों के प्रति गंभीर हैं