वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: जनसंख्या वृद्धि रोकने के करने होंगे उपाय

By वेद प्रताप वैदिक | Published: November 17, 2022 12:58 PM2022-11-17T12:58:04+5:302022-11-17T12:58:58+5:30

यूं तो भारत में जनसंख्या की रफ्तार पिछले दशकों के मुकाबले थोड़ी कम हुई है लेकिन हमारे देश में अभी भी लगभग 100 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनके लिए हम पर्याप्त भोजन, निवास, वस्त्र, शिक्षा, चिकित्सा और मनोरंजन की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं।

Measures will have to be taken to stop population growth | वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: जनसंख्या वृद्धि रोकने के करने होंगे उपाय

वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: जनसंख्या वृद्धि रोकने के करने होंगे उपाय

Highlightsहमारी जनसंख्या वृद्धि का यह अच्छा पहलू है कि भारत में युवाओं का अनुपात वृद्धों के मुकाबले बेहतर है।दुनिया के संपन्न देशों में वृद्धों की संख्या कहीं ज्यादा है।जनसंख्या वृद्धि से निपटने के लिए भारत सरकार को दो बच्चोंवाले प्रतिबंध पर भी तुरंत विचार करना होगा।

संयुक्त राष्ट्र की ताजा रपट के मुताबिक दुनिया की आबादी 8 अरब से भी ज्यादा हो गई है। पिछले 50 साल में दुनिया की जनसंख्या जितनी तेजी से बढ़ी है, पहले कभी नहीं बढ़ी। अभी तक तो चीन दुनिया का सबसे बड़ी आबादीवाला देश रहा है लेकिन भारत उसको भी मात करने वाला है। भारत में इधर बढ़े 17 करोड़ लोग उसे दुनिया का सबसे बड़ा देश बना देंगे। ऐसा नहीं है कि भारत जनसंख्या के हिसाब से ही बहुत आगे बढ़ गया है। 

इस देश ने कई मामलों में सारी दुनिया से बेहतर उपलब्धियां भी हासिल की हैं। इस समय डिजिटल व्यवहार में वह दुनिया में सबसे आगे है। जहां तक प्रवासी भारतीयों का सवाल है, अन्य देशों में भारतीय मूल के जितने लोग शीर्ष स्थानों पर पहुंचे हैं, दुनिया के किसी मुल्क के लोग नहीं पहुंच सके हैं। भारतीय मूल के लोग जिस देश में भी जाकर बसते हैं, वे हर क्षेत्र में आगे निकल जाते हैं। 

वे अपने सभ्य और सुसंस्कृत आचरण के लिए सारे विश्व में जाने जाते हैं लेकिन दुनिया की बढ़ती हुई आबादी कई देशों के लिए तो खतरनाक सिद्ध हो ही रही है, वह भारत के लिए भी चिंता का विषय है। यदि आपके देश की या परिवार की आबादी बढ़ती चली जाए और उसकी जरूरतों की पूर्ति भी होती चली जाए तो कोई बात नहीं है लेकिन आबादी के साथ-साथ गरीबी और असमानता भी बढ़ती चली जाए तो वह समाज के लिए बोझ बन जाती है। 

यूं तो भारत में जनसंख्या की रफ्तार पिछले दशकों के मुकाबले थोड़ी कम हुई है लेकिन हमारे देश में अभी भी लगभग 100 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिनके लिए हम पर्याप्त भोजन, निवास, वस्त्र, शिक्षा, चिकित्सा और मनोरंजन की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं। हमारी जनसंख्या वृद्धि का यह अच्छा पहलू है कि भारत में युवाओं का अनुपात वृद्धों के मुकाबले बेहतर है। 

दुनिया के संपन्न देशों में वृद्धों की संख्या कहीं ज्यादा है। जनसंख्या वृद्धि से निपटने के लिए भारत सरकार को दो बच्चोंवाले प्रतिबंध पर भी तुरंत विचार करना होगा। भारतीय लोगों को अगर उचित मार्गदर्शन और सुविधा मिले तो वे न केवल भारत की बढ़ती आबादी की समस्या हल कर सकते हैं बल्कि प्राचीन आर्यावर्त्त की अकूत संपदा का दोहन करके एशिया को यूरोप से भी आगे ले जा सकते हैं।

Web Title: Measures will have to be taken to stop population growth

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