लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: जातीय राजनीति की शरण में ज्योतिरादित्य सिंधिया! शिवपुरी में जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगने की क्यों पड़ी जरूरत?

By प्रमोद भार्गव | Updated: May 25, 2023 15:05 IST

सिंधिया ने दो दिनी यात्रा में एक साथ जैन, वैश्य, बाथम, राठौर, रावत और यादव समाज के लोगों से संवाद की शैली में बातचीत की. इन जातिगत संवादों से लग रहा है कि सिंधिया गुना से चुनाव लड़ने की इच्छा पाले हुए हैं.

Open in App

आजकल मध्यप्रदेश की राजनीति में केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पारंपरिक ‘महाराजा-श्रीमंत’ की छवि तोड़ने में लगे हैं. ऐसा पहली बार देखने में आया कि जैन समाज के नरवर में संपन्न हुए आयोजन में जनता से उन्होंने हाथ जोड़कर अपनी गलतियों के लिए माफी मांगी. उन्होंने मंच से कहा कि मेरे आपसे राजनैतिक संबंध नहीं हैं. दिल धड़कता है तो आपके लिए, विकास के लिए सोचता हूं तो आपके लिए. फिर भी मुझसे जो गलतियां हुई हैं, तो मैं माफी चाहता हूं. 

सिंधिया ने दो दिनी यात्रा में एक साथ जैन, वैश्य, बाथम, राठौर, रावत और यादव समाज के लोगों से संवाद की शैली में बातचीत की. इन जातिगत संवादों से लग रहा है कि सिंधिया गुना से चुनाव लड़ने की इच्छा पाले हुए हैं. अतएव शिवपुरी के पूर्व विधायक देवेंद्र जैन ने तो सिंधिया से न केवल चुनाव लड़ने का आग्रह किया, बल्कि उनकी हार को जनता की भूल कहा. दरअसल ऐसा इसलिए कहा, क्योंकि देवेंद्र जैन खुद कोलारस से विधायक का टिकट मांग रहे हैं. उनकी दबी इच्छा है कि सिंधिया उनकी पैरवी करें.

इन चर्चाओं में समाजसेवी भरत अग्रवाल ने सिंधिया से कहा कि ‘आप के जो सलाहकार हैं, वह सही जानकारी नहीं देते हैं. इसलिए पांच ऐसे लोगों की टीम बनाएं, जिनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा न हो और इन्हें भी हर दो साल में बदल दें.’ सिंधिया ने इस प्रश्न का उत्तर तो दिया, लेकिन कटाक्ष भी कर दिया. 

उन्होंने कहा, ‘हां मेरी गलती थी, मेरी कमी थी, पर याद रखना, यदि किसी की तरफ एक उंगली आप उठाते हैं तो आप की ओर भी चार उंगलियां उठती हैं. मैं यहां 17 साल से राजनीति में हूं. मैं जानता हूं कि कौन जीरो है और कौन हीरो है. मुझे जमीनी लोग चाहिए, हवाई नहीं. मुझे बताओ मैं किसे सलाहकार बनाऊं? आप अपने समाज के दो ऐसे व्यक्ति बताएं जिनका अपने समाज के अलावा अन्य समाजों में भी सम्मान हो. फिर यदि आप की बात न मानूं तो मुझे दोषी ठहराएं.’ 

यानी सिंधिया माकर चल रहे हैं कि पूरे कुएं में भांग घुली है. लिहाजा इसका निराकरण संभव ही नहीं है. अतएव हालात यथास्थिति में बने रहें, इसी में भलाई है.   

टॅग्स :Jyotiraditya ScindiaMadhya Pradesh
Open in App

संबंधित खबरें

भारतWATCH: एमपी में एम्बुलेंस ड्राइवर की हेकड़ी बीमार पति की उल्टी साफ करने के लिए महिला को किया मजबूर किया, वीडियो वायरल हुआ

क्रिकेटSyed Mushtaq Ali Trophy Elite 2025 Super League: 1 रन से जीता झारखंड, मुंबई, आंध्र और हैदराबाद ने मारी बाजी, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और मप्र की हार, देखिए अंक तालिका

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, SMAT में नीतीश रेड्डी ने पहले मैच में ली हैट्रिक, आंध्र प्रदेश की हार

भारतएमपी के एक खेल महोत्सव में देरी से पहुँचने पर भाजपा सांसद वीडी शर्मा को एक महिला खिलाड़ी ने झाड़ा, कहा- ...हमारे पास फालतू टाइम है क्या? वीडियो वायरल | WATCH

भारतक्या जानलेवा आपदाएं आती ही रहेंगी ?

भारत अधिक खबरें

भारतदिल्ली में 17 दिसंबर को ‘लोकमत पार्लियामेंटरी अवॉर्ड’ का भव्य समारोह

भारतDelhi: 18 दिसंबर से दिल्ली में इन गाड़ियों को नहीं मिलेगा पेट्रोल और डीजल, जानिए वजह

भारतYear Ender 2025: चक्रवात, भूकंप से लेकर भूस्खलन तक..., विश्व भर में आपदाओं ने इस साल मचाया कहर

भारतAadhaar card update: आधार कार्ड से ऑनलाइन फ्रॉड से खुद को रखना है सेफ, तो अभी करें ये काम

भारतछत्तीसगढ़ को शांति, विश्वास और उज्ज्वल भविष्य का प्रदेश बनाना राज्य सरकार का अटल संकल्प: 34 माओवादी कैडरों के आत्मसमर्पण पर बोले सीएम साय