लाइव न्यूज़ :

लोकमित्र का ब्लॉग: इस मौसम में हाहाकारी बारिश आखिर क्यों?

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 23, 2021 10:44 IST

दो निम्न दबाव क्षेत्र, एक अरब सागर में और दूसरा बंगाल की खाड़ी में भी बने, जिस कारण केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार में भारी बारिश हुई। जबकि बाकी सालों में इस दौरान महज गरज के साथ कुछ छींटे और कहीं-कहीं छिटपुट बारिश ही होती है।

Open in App

देश में आमतौर पर सितंबर महीने के मध्य तक मानसून का सीजन खत्म हो जाता है। इस साल अक्तूबर खत्म होने की तरफ बढ़ रहा है लेकिन देश के कई इलाकों में अब भी न केवल मूसलाधार बारिश हो रही है बल्कि हाहाकारी तबाही भी हो रही है। बीते एक हफ्ते में दिल्ली के साथ-साथ केरल, मध्य प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड में भारी बारिश हुई। उत्तराखंड में तो इस बारिश से अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और एक दर्जन से ज्यादा लोग अभी तक गायब हैं। 

मध्यप्रदेश को लेकर हालांकि ज्यादा सुर्खियां नहीं बनीं क्योंकि यहां जान की तबाही नहीं हुई, लेकिन हकीकत यह है कि यहां भी बेमौसम की बारिश ने मौसम के जानकारों को हैरान कर दिया है क्योंकि 16-17 अक्तूबर 2021 को हुई बारिश ने प्रदेश के किसी एक दो जिलों में नहीं बल्कि 46 जिलों में रिकॉर्ड बनाया है।

सवाल है देश के कई हिस्सों में आखिर यह तबाही की बारिश क्यों आई? उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक आई इस तबाही के लिए वैज्ञानिक कई कारणों को जिम्मेवार मानते हैं। उनके मुताबिक देर से मानसून के लौटने और कई जगहों पर कम दबाव का क्षेत्न बनने के कारण यह बारिश हो रही है। लेकिन ये तो बारिश की वजह है।  

सवाल है कि इसकी क्या वजह है? क्या यह तात्कालिक और कुदरती है? अगर आमतौर पर सितंबर तक मानसून लौट जाता है, तो आखिर इस बार ऐसा क्या हुआ कि मानसून नहीं लौटा? मौसम वैज्ञानिक कहते हैं कि इस दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून लौटता है और पश्चिमी विक्षोभ के चलते देश के सुदूर उत्तरी हिस्से में बारिश या फिर बर्फबारी होती है जैसे कि इस साल भी अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में लद्दाख और कश्मीर में सीजन की पहली बर्फबारी हुई।

लेकिन इसके साथ ही यह भी हुआ कि इसी दौरान दो निम्न दबाव क्षेत्र, एक अरब सागर में और दूसरा बंगाल की खाड़ी में भी बने, जिस कारण केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार में भारी बारिश हुई। जबकि बाकी सालों में इस दौरान महज गरज के साथ कुछ छींटे और कहीं-कहीं छिटपुट बारिश ही होती है। 

भारत मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा की मानें तो दक्षिणी पश्चिमी मानसून के लौटने में हुई देरी के कारण ही ओडिशा, उत्तर पूर्व और दक्षिण भारत में बारिश हो रही है जो आगामी 25 अक्तूबर तक जारी रह सकती है। 

टॅग्स :भारतीय मौसम विज्ञान विभागमौसममौसम रिपोर्ट
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारसाल 2025 में 21361 अंतरराष्ट्रीय और 10.47 लाख से ज्‍यादा घरेलू पर्यटक पहुंचे, कुल पर्यटकों की संख्या 10,68,811, देखिए 12 माह रिपोर्ट कार्ड

भारतकश्मीर में ‘चिल्ला-ए-कलां’ शुरू?, घाटी में पड़ने वाली 40 दिनों की भीषण सर्दी क्या होती है?

भारतWeather Report 20 December: मौसम विभाग ने इन राज्यों में घने कोहरे के लिए रेड और येलो अलर्ट जारी किया

स्वास्थ्यस्ट्रोक, हृदय, श्वसन, अल्जाइमर और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में तेजी से वृद्धि?, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी चेतावनी, हर पल इस प्रकोप का असर?

कारोबारदिल्ली प्रदूषण नियंत्रणः 14 अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच 1,56,993 चालान, प्रत्येक पर 10000 रुपये का जुर्माना

भारत अधिक खबरें

भारतमहा विकास आघाड़ी के लिए नगर निगम से पहले खतरे की घंटी?, सुप्रिया सुले ने कहा-दलबदल करके भाजपा में शामिल हुए लोगों के कारण जीत?

भारतVB-G RAM G ने ली MGNREGA की जगह, जानें इनके बीच के 5 मुख्य अंतर

भारतसरकारें आती-जाती रहती हैं, धर्म हमेशा रहता है, मोहन भागवत

भारतबांग्लादेश में हिन्दू युवा के साथ हुई हिंसा के लिए बिहार के मंत्री दिलीप जायसवाल ने पाकिस्तान को ठहराया जिम्मेवार, कहा- भारत की शांति में खलल पैदा करना चाहता है

भारतUP Govt Budget 2025: योगी सरकार लायी ₹24496.98 करोड़ का अनुपूरक बजट, राज्य के बजट का आकार बढ़कर ₹8,65,079.31 करोड़ हुआ