ब्लॉग: ड्रग्स का तेजी से फैलता कारोबार चिंताजनक
By रमेश ठाकुर | Published: August 22, 2023 10:39 AM2023-08-22T10:39:19+5:302023-08-22T10:46:09+5:30
नारकोटिक्स विभाग के डेटा के अनुसार, साल 2020 में 886 किलोग्राम गांजा, 28 किलोग्राम हेरोइन, 14 किलोग्राम कोकीन तथा 16 किलो अफीम बरामद हुई थी। जबकि इस साल ये डाटा सिर्फ 4 महीने में उससे कई गुना ज्यादा बढ़ गया। अभी तक 4396 किलो अफीम बरामद हो चुकी है।
नई दिल्ली: दिल्ली में तेजी से फैलता नशे का कारोबार चिंता का विषय बन गया है. राजधानी में विभिन्न किस्म के मादक पदार्थों की तस्करी अब प्रत्येक गली-मोहल्लों में होने लगी है. बीते शनिवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तस्करों से करीब 90 किलो अफीम पकड़ी, जो दूसरे प्रदेशों से लाई गई थी.
ड्रग्स के धंधे को खत्म करने में कोई भी गंभीर नहीं
दिल्ली को ड्रग्स के जंजाल से कैसे निकाला जाए, इसकी चिंता शायद किसी को है ही नहीं! निकालना कोई इसलिए भी नहीं चाहता, क्योंकि ड्रग्स के काले धंधे में एक ऐसा वर्ग शामिल है जिसके लिए ये कारोबार मुनाफे का बड़ा जरिया बना हुआ है.
दिल्ली तक कैसे पहुंचते हैं मादक पदार्थ
राजधानी में ड्रग्स कई रास्तों से होकर पहुंच रही है क्योंकि सीमाएं विभिन्न राज्यों से जुड़ती हैं. इसलिए तस्कर मादक पदार्थों की सप्लाई सुगमता से करते हैं. ड्रग्स डीलर्स विभिन्न प्रदेशों से चरस, गांजा, कोकीन, अफीम दिल्ली तक पहुंचाते हैं. उसके बाद दिल्ली में व्यवस्थित तरीके से आगे सप्लाई करते हैं.
क्या कहता है नारकोटिक्स विभाग का डाटा
पूर्वोत्तर के तस्कर दिल्ली में मादक पदार्थ कोरियर के जरिये भिजवाते हैं नारकोटिक्स विभाग की मानें तो राजधानी में बीते 3 सालों में ड्रग्स के डाटा चौंकाने वाले रहे. साल 2020 में 886 किलोग्राम गांजा, 28 किलोग्राम हेरोइन, 14 किलोग्राम कोकीन तथा 16 किलो अफीम बरामद हुई थी. जबकि इस साल ये डाटा सिर्फ 4 महीने में उससे कई गुना ज्यादा बढ़ गया. अभी तक 4396 किलो अफीम बरामद हो चुकी है.
पॉश इलाके में धड़ल्ले से चल रहा है ये धंधा
बीते पांच-छह साल से ड्रग्स का धंधा धड़ल्ले से खुलेआम शाम के वक्त पॉश इलाकों में चलता है. दिल्ली में शनिवार को 40 करोड़ की अफीम पकड़ी गई, जिसकी सप्लाई लुटियन जोन और पॉश इलाकों में होनी थी. अफीम मणिपुर और जम्मू से लाई गई थी. इसकी लत से युवाओं का भविष्य तबाह हो रहा है.