बिहार के दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर गर्मायी सियासत, बीजेपी और महागठबंधन के बीच जुबानी जंग जारी

By एस पी सिन्हा | Published: August 13, 2023 03:42 PM2023-08-13T15:42:36+5:302023-08-13T15:47:22+5:30

बीजेपी का आरोप है कि राजद नेताओं के दबाव में एम्स का निर्माण नहीं हो पा रहा है। दरभंगा एम्स राजनीति का शिकार हो गया है, जिससे मिथिलांचल के लोगों में नाराजगी है। अब लोकसभा और विधानसभा चुनाव में स्थानीय जनता महागठबंधन की सरकार को सबक सिखाएगी।

War of words between BJP and mahagathbandhan over construction of AIIMS in Bihar's Darbhanga | बिहार के दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर गर्मायी सियासत, बीजेपी और महागठबंधन के बीच जुबानी जंग जारी

दरभंगा में एम्स के निर्माण को लेकर बिहार में सियासत गरमा गई है

Highlightsदरभंगा में एम्स के निर्माण को लेकर बिहार में सियासत गरमा गई हैसत्तापक्ष और विपक्ष की तरफ से ताबड़तोड़ जुबानी हमले किए जा रहे हैंराजद नेताओं के दबाव में एम्स का निर्माण नहीं हो पा रहा है - बीजेपी

पटना:  बिहार के दरभंगा में एम्स के निर्माण को लेकर बिहार में सियासत गरमा गई है। सत्तापक्ष और विपक्ष की तरफ से ताबड़तोड़ जुबानी हमले किए जा रहे हैं। इस मामले को लेकर भाजपा ने भी महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया है। भाजपा विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने देवघर एम्स के वक्त ही दरभंगा एम्स के निर्माण को लेकर बड़ा फैसला लिया था, लेकिन राजद और जदयू नेताओं की मिलीभगत के कारण एम्स का निर्माण खटाई में पड़ गया है।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने मिट्टी भराई का काम किया। लेकिन राजद नेताओं के दबाव में एम्स का निर्माण नहीं हो पा रहा है। दरभंगा एम्स राजनीति का शिकार हो गया है, जिससे मिथिलांचल के लोगों में नाराजगी है। अब लोकसभा और विधानसभा चुनाव में स्थानीय जनता महागठबंधन की सरकार को सबक सिखाएगी।

वहीं, वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए बिहार सरकार ने जरूरत से ज्यादा भूमि उपलब्ध कराने की बात कही। बिहार सरकार ने अपने खर्च पर उस भूमि को विकसित करके देने की बात कही। बावजूद इसके केंद्र की मोदी सरकार ने हमारे ऑफर को ठुकरा दिया। यह दिखाता है कि विकास को लेकर केंद्र सरकार की क्या सोच है।

इसके पहले जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने पीएम मोदी को टैग करते हुए कहा, अपने स्वास्थ्य विभाग से ठीक से जानकारी प्राप्त कर लीजिए। दरभंगा एम्स के लिए राज्य सरकार ने जमीन दी है और वहां पर मिट्टी भराई के लिए अलग से 250 करोड़ रुपये स्वीकृत भी किए हैं। लेकिन उस जमीन पर आपकी केंद्र सरकार एम्स बनाने को तैयार नहीं है। इसका मकसद बिहार में एक एम्स के निर्माण को लटकाना है और आप कह रहे हैं कि एम्स खुल गया। वाह रे जुमलेबाज सरकार।

उल्लेखनीय है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है और कहा है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में दरभंगा में एम्स खुलवाने का झूठा श्रेय ले रहे थे। इसके बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है। उनके आरोपों को जवाब देते हुए मनसुख मांडविया ने कहा कि मोदी सरकार विकास में राजनीति नहीं करती बल्कि विकास की राजनीति करती है।

बता दें कि बिहार के दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार आमने-सामने है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने दरभंगा एम्स को लेकर बिहार सरकार को कटघरे में खड़ा किया तो बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया। अब बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने तेजस्वी यादव को झूठा और धोखेबाज करार दिया है। 

उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव भी अपने चाचा की तरह आदतन झूठे और जनता को धोखा देने में माहिर हैं। गलती उन्होंने यही कर दी कि एम्स दरभंगा को लेकर मनसुख मांडवीया को पत्र लिख दिया। मनसुख भाई ने भी तुरंत तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव के पत्र के माध्यम से जवाब देकर बिहार सरकार की दरभंगा में एम्स नहीं खोलने की मंशा बिहार के जनता के सामने रख दिया।

उन्होंने कहा कि 309 करोड़ रुपए जमीन की मिट्टी भराई के लिए दिए जा रहे हैं। जबकि बिहार में कहीं भी शहर से बाहर इस राशि में आराम से 100 एकड़ जमीन मिल सकती है। पर मंशा संजय झा के मजबूत बांधों की तरह यहां भी मिट्टी घोटाला करने की है। एम्स बनवाने की मंशा रहती तो 4 साल पहले हम लोग लगातार अनुरोध कर रहे थे कि डीएमसीएच के बाहर कहीं जमीन दीजिए, जिससे एक साथ दो मेडिकल कॉलेज रह सके। तब नीतीश कुमार ने जबर्दस्ती दरभंगा‌ मेडिकल कॉलेज में जमीन दिया था। दिल्ली से तो तेजस्वी यादव को जवाब तुरंत मिल गया। रक्सौल के लिए सत्ता में रहते हुए भी और आज भी मैं लगातार रक्सौल हवाई अड्डे के लिए पत्र नीतीश कुमार को लिख रहा हूं। जवाब एक ही मिलता है कि आपका पत्र मिल गया है अग्रतर कार्रवाई हो रही है। आज तक उन्होंने यह भी नहीं लिखा कि जब 250 करोड़ रुपए केंद्र, रक्सौल हवाई अड्डा के लिए देने को तैयार है तब इनको भूमि अधिग्रहण में क्या दिक्कत है?

Web Title: War of words between BJP and mahagathbandhan over construction of AIIMS in Bihar's Darbhanga

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