बिहार में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम से जुड़े सवाल पर गर्मायी सियासत, गिरिराज सिंह ने किया प्रहार
By एस पी सिन्हा | Published: October 28, 2023 02:20 PM2023-10-28T14:20:09+5:302023-10-28T14:23:17+5:30
गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम से जुड़ा सवाल पूछा गया, वह चौंकाने वाला है। एक प्रश्न पत्र में 10 सवाल इस्लाम के रिति-रिवाजों के बारे में पूछा गया है। संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष कहते हैं कि ये सिलेबस में है।
पटना: बिहार में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम से जुड़े सवाल पूछने पर सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि लालू और नीतीश बिहार को इस्लामिक स्टेट बनाने की कोशिश कर रहे हैं और संस्कृत का इस्लामीकरण करना चाह रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर समय रहते नहीं जगे तो वह दिन दूर नहीं है जब सभी लोगों को नमाज पढ़ने जाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम से जुड़ा सवाल पूछा गया, वह चौंकाने वाला है। एक प्रश्न पत्र में 10 सवाल इस्लाम के रिति-रिवाजों के बारे में पूछा गया है। संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष कहते हैं कि ये सिलेबस में है। उन्होंने कहा कि बिहार और सनातन को इस्लामीकरण करने की कोशिश की जा रही है। आने वाले दिनों में इसका पुरजोर तरीके से विरोध होगा।
गिरिराज सिंह ने कहा कि 75 साल पहले देश का बंटवारा हुआ, मेरे पूर्वजों से बहुत बड़ी भूल हुई, अगर उस समय सारे मुसलमान चले गए होते पाकिस्तान आज भारत की ये दुर्दशा नहीं होती। हमें जातियों में बांटा जाता है, जब वो गला काटते हैं तो धर्म पूछकर काटते हैं। हमारी यही दुर्दशा है। सरकार की तुष्टिकरण ही इसकी बड़ी वजह है। पहले भी कहा है कि बेगूसराय में शिवलिंग टूटा और चार दर्जन हिंदुओं का नाम आया।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अगर मस्जिद टूटता तो पूरा बेगूसराय मुसलमानों के उत्पात से जलता और क्या प्रशासन मुसलमानों का नाम केस में देता? नहीं देता। यह तुष्टिकरण है। इस तुष्टिकरण के बारे में लोग नहीं सोचा तो 10-20 साल बाद इसका खामियाजा भुगतेंगे। तुष्टिकरण, सत्ता और वोट बैंक की वजह से सरकार कार्रवाई नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और लालू यादव मुसलमान-यादव इत्यादि की संख्या के बारे में सोच रहे हैं। इससे तालमेल ठीक हो जाएगा, लेकिन ये लोकतंत्र को बचना है तो भारत की अस्मिता को बचना होगा।
वहीं, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और भाजपा सांसद निशिकांत दूबे विवाद पर उन्होंने कहा कि महुआ मोइत्रा के बारे में मैं बोलना नहीं चाहता हूं, वो ममता बनर्जी की ऐसी संतान हैं, माने पॉलिटिकल संतान हैं, जो जिसके जुबान पर आदर्श नाम का चीज है की नहीं, वो बदजुबान हैं। निशिकांत दुबे एक ऐसा इंसान है, जो जब भी बोलता है, सदन के अंदर में तथ्यों के साथ बोलता है। अब इनकी पकड़ी जा रही चोरी तो कर रही है सीनाजोरी। अब गाली दे रही हैं। लेकिन, निशिकांत दुबे को गाली देने से वो छोटा नहीं होगा।