Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए में चल रही रस्साकशी के बीच भाजपा के महासचिव व बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने कहा है कि अगले 24 घंटे में बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में कोई रस्साकशी नहीं है। अगले 24 घंटे में सब साफ हो जाएगा। उनका यह बयान उस समय आया है जब बीते शाम एनडीए के तमाम बड़े नेता की बैठक उनके दिल्ली आवास पर हुई थी।
इस दौरान पर्यवेक्षकों के तरफ से जो लिस्ट दी गई थी उसमें जोड़-घटाव कर उसे आलाकमान के पास भेज दिया था। इसके बाद अब उनका यह बयान आ रहा है।सीटों का बंटवारा न होने की वजह से भाजपा बिहार में प्रत्याशियों का ऐलान नहीं कर पा रही है। एक बार सीटों का बंटवारा हो जाने के बाद भाजपा या फिर जदयू, लोजपा के दोनों घटक, हम और रालोमो की ओर से अपने अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया जाएगा।
भाजपा सूत्रों के अनुसार लोजपा के दोनों खेमों के बीच सुलह नहीं हो पा रही है और इसलिए सीट शेयरिंग में अब दिक्कत हो रही है। भाजपा नेता मंगल पांडे ने इस बाबत लोजपा नेता पशुपति कुमार पारस से मुलाकात की थी, लेकिन बात बन नहीं पाई। उधर, भाजपा आलाकमान चिराग पासवान के सीधे संपर्क में है। बताया जा रहा है कि प्रदेश भाजपा नेताओं की ओर से लोजपा का विवाद न सुलझा पाने के बाद अब भाजपा आलाकमान इस मामले में दखल दे सकता है।
बताया जा रहा है कि अब अंतिम दौर की बातचीत के बाद कुछ ठोस निष्कर्ष निकल सकता है। इससे पहले विनोद तावड़े ने चिराग पासवान की मांगों को लेकर पशुपति पारस से बातचीत किया। उन्होंने पारस को चिराग पासवान से हाथ मिलाने का सुझाव दिया। तावड़े ने कहा कि पारस को इसकी पहल करनी चाहिए और लोजपा के दोनों गुटों को एक करना चाहिए।
इससे लोकसभा चुनाव में बेहतर स्थिति होगी। हालांकि, पशुपति पारस इस बात पर अमल करेंगे या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा। उधर, सूत्रों के मुताबिक लोजपा के दोनों धड़ों (चिराग और पारस) को भाजपा पांच सीट दे सकती है। पांच सीट में से ही चिराग और पशुपति पारस में सीटों का बंटवारा होगा। वहीं, जीतन राम मांझी की हम (सेकुलर) को एक सीट दिया जा सकता है।
जबकि, उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो को एक सीट दिया जाना है, लेकिन कुशवाहा दो सीटों की मांग कर रहे हैं। अगर मुकेश सहनी भाजपा के साथ आते हैं तो उनको सिर्फ एक सीट दिया जा सकता है। इस बीच, हम के संरक्षक जीतनराम मांझी ने पशुपति पारस और चिराग पासवान को नसीहत देते हुए कहा है कि छोटे स्वार्थ के लिए बड़ी चीजों को त्याग नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं को सोचना चाहिए कि सीटों को लेकर एनडीए को नुकसान नहीं होना चाहिए। वहीं, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जीतनराम मांझी ने कहा कि 15 मार्च को मंत्रिमंडल का विस्तार हो जायेगा। पटना से लेकर दिल्ली तक मंथन हो चुका है। बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के लिए जो तिथि संभावित है, तब तक एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा भी हो जाएगा।