Land for Job Scam: राजद प्रमुख लालू यादव, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ सीबीआई चार्जशीट, जानें जदयू अध्यक्ष ने क्या कहा, देखें वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: July 4, 2023 13:50 IST2023-07-04T13:38:23+5:302023-07-04T13:50:10+5:30
Land for Job Scam: जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने नौकरी के बदले भूखंड घोटाला मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ सीबीआई द्वारा आरोप पत्र दायर किए जाने के एक दिन बाद आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राजद नेता को ‘राजनीतिक शिकार’ बना रही है।

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Land for Job Scam: जमीन के बदले नौकरी मामले में पूर्व रेल मंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ सीबीआई के द्वारा चार्जशीट दाखिल कर दिए जाने के बाद बिहार में राजनीति गर्मा गई है।
इस मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि ये कोई अप्रत्याशित नहीं है। हमलोगों को बहुत दिनों से अंदेशा था कि ये सब होना है क्योंकि जिस आरोप पर उनपर ये चार्जशीट दायर हुआ, उस आरोप पर सीबीआई इसके पहले दो बार जांच कर ये बता चुकी है कि इसमें कोई साक्ष्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगस्त 2022 में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही साजिश हो रही थी। तब से ये काम शुरू हुआ है तो जो उनके तोते हैं, उनका इस्तेमाल करने का जो तरीका है, वो इस्तेमाल करने के लिए तोते के कान में शिक्षा देकर उड़ा दिया है। ये सबकुछ हमलोग पहले से ही जान रहे हैं।
ललन सिंह ने पांच दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र के एनसीपी नेताओं पर 70 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे। दो दिन पहले वही लोग शिंदे कैबिनेट में शामिल हो गए। चूंकि तेजस्वी यादव महागठबंधन में शामिल हो रहे हैं तो उनपर चार्जशीट दायर कर रहे हैं। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। ललन सिंह ने कहा कि देश की जनता सब देख रही है।
आप एक तरफ भ्रष्टाचारियों को सम्मानित कर रहे हैं, वाशिंग मशीन में धुलवा रहे हैं और दूसरी तरफ जो विपक्षी एकता में पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं, उनपर चार्जशीट दायर कर रहे हैं। लिहाजा डराने धमकाने से कुछ नहीं होगा। तेजस्वी प्रसाद यादव भी इनसब चीजों को जान रहे थे। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार क्या कर रही है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मंगलवार को यहां जारी एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘इस मामले में सीबीआई का दूसरा आरोपपत्र तेजस्वी यादव के खिलाफ बिना किसी सबूत के दायर किया गया। सीबीआई ने पहले कहा था कि इसमें उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है.... लेकिन जब अगस्त 2022 में राजद और जदयू तथा अन्य दलों के साथ मिलकर बिहार में महागठबंधन सरकार बनाई गई ....तो केंद्र सरकार ने अपने ‘तोते’ (सीबीआई) और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों का उपमुख्यमंत्री के खिलाफ का इस्तेमाल शुरू कर दिया।’’
अभी 5 दिन पहले तक प्रधानमंत्री जी जिन एनसीपी नेताओं पर 70,000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगा रहे थे,बीजेपी उन्हें अब मंत्रिमंडल में शामिल कर सम्मानित कर रही है, दूसरी तरफ श्री तेजस्वी यादव जिनपर दो बार सीबीआई भ्रष्टाचार के कोई साक्ष्य न होने की बात कह चुकी, उन पर बीजेपी चार्जशीट… pic.twitter.com/MiWP90Yv6I
— Janata Dal (United) (@Jduonline) July 4, 2023
सीबीआई ने सोमवार को नई दिल्ली की एक सक्षम अदालत में नौकरी के बदले भूखंड घोटाला मामले में तेजस्वी यादव, उनके पिता एवं पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और मां एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। यह, इस मामले में दूसरा आरोप पत्र है। इसमें 14 अन्य लोगों के भी नाम हैं।
सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि दूसरा आरोपपत्र इसलिए दायर किया गया क्योंकि प्रारंभिक रिपोर्ट दाखिल होने तक आरोपियों की कथित भूमिका की जांच पूरी नहीं हो सकी थी। सिंह ने आरोप लगाया, ‘‘यह एक सर्वविदित तथ्य है कि सीबीआई केवल उन लोगों के पीछे जाती है जो भाजपा के विरोधी हैं। हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक के बाद एक सार्वजनिक सभा के दौरान कहा था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामलों में शामिल हैं।
....और इस बयान के ठीक पांच दिन बाद जब राकांपा नेता भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बन गए....तो मोदी जी के लिए सब कुछ ठीक हो गया। वह आसानी से भ्रष्ट राकांपा नेताओं को भूल गए।’’ उन्होंने कहा ‘‘ऐसा इसलिए.... क्योंकि भाजपा की वॉशिंग मशीन ने महाराष्ट्र में अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। केंद्र द्वारा विपक्षी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘इस तरह की राजनीतिक साजिश से देश में विपक्षी एकता ही मजबूत होगी। तेजस्वी सीबीआई या भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इस कृत्य से डरने वाले नहीं हैं। मतदाता मोदी सरकार के इन सभी अलोकतांत्रिक कृत्यों को समझते हैं.... लोग 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को करारा जवाब देंगे।’’