कांग्रेस ने लालू यादव की तुलना बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री थे श्रीकृष्ण सिंह से की, सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता का पुरोधा बताया
By एस पी सिन्हा | Published: October 28, 2023 06:00 PM2023-10-28T18:00:11+5:302023-10-28T18:01:44+5:30
कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने लालू यादव की तुलना श्री कृष्ण सिंह से की है। साथ ही सदाकत आश्रम में श्री कृष्ण सिंह की जयंती मनाने के ऊपर सुशील मोदी के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद बिहार के बड़े नेता हैं, समाजिक न्याय और धर्म निरपेक्षता के पुरोधा हैं।
पटना: बिहार में कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में 26 अक्टूबर को श्रीकृष्ण सिंह जयंती समारोह में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बुलाने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नहीं बुलाने पर सियासत गर्मायी हुई है। इस पर कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री को न्योता दिया गया था, लेकिन अपने पूर्व कार्यक्रम की व्यस्तता के कारण वे श्रीकृष्ण सिंह जी की जयंती में नहीं आ पाए। अब मुख्यमंत्री हर जगह तो नहीं जा सकते हैं।
कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने लालू यादव की तुलना श्री कृष्ण सिंह से की है। साथ ही सदाकत आश्रम में श्री कृष्ण सिंह की जयंती मनाने के ऊपर सुशील मोदी के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद बिहार के बड़े नेता हैं, समाजिक न्याय और धर्म निरपेक्षता के पुरोधा हैं। वहीं लालू यादव के द्वारा जेल से सोनिया गांधी को फोन किए जाने पर प्रेमचंद्र मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि इस तरह की बात लालू जी ने नहीं कही है। लालू यादव ने सिर्फ इतना कहा कि उन्होंने रांची से कॉल किया था, जेल वाली बात गलत है।
वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा अपने पुरखों का सम्मान नहीं करती है। सुशील मोदी श्री कृष्णा सिंह के विचारों के ठीक विपरीत आचरण करते हैं। बिहार में आज उद्योग के नाम पर जो कुछ पूंजी बची हुई है, वह श्री कृष्णा सिंह के कार्यकाल का ही हैं। सुशील मोदी नीतीश कुमार के आगे पीछे कर के उपमुख्यमंत्री बन गए और अब अपनी राजनीतिक उपयोगिता को प्रकट करने के लिए सुशील मोदी रोज अनाप-शनाप बयान देते हैं। हम उन्हीं को अपना मंच देते हैं, जिनको हम मानते हैं कि हमारे सिद्धांतों के प्रति उनकी आस्था है। उन्हें यहां बोलने का हक नहीं की श्री कृष्णा सिंह के कार्यक्रम में लालू यादव से उद्घाटन कराकर उनका अपमान किया। भाजपा के लोग गोडसे वादी हैं और गांधीवादी नहीं हो सकते हैं। सुशील मोदी तो मूल रूप से बिहार के निवासी हैं भी नही, और बेरोजगारी की हालत में जी रहे हैं। भाजपा पूरी तरह से फ्रस्टेशन का शिकार हो चुकी है। वहीं, मंत्री अशोक चौधरी को नसीहत देते हुए प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि हम किसको बुलाए किसको नहीं बुलाये ये हमारा विषय है, अशोक चौधरी को जदयू की बात करनी चाहिए। दरअसल, अशोक चौधरी का बयान कि कांग्रेस और राजद पहले से अलायंस में है तो उन लोगों का आपस में चलता है।