बिहार विधानसभा में बायलॉजी की किताब पर भाजपा का जेडीयू पर तंज, भाजपा विधायक ने सेक्स विद्यालय खुलवाने की दी सलाह
By एस पी सिन्हा | Published: November 9, 2023 06:09 PM2023-11-09T18:09:51+5:302023-11-09T18:14:14+5:30
भाजपा की महिला विधायक और विधान पार्षद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार तीखा हमला बोल रही हैं। इसी कडी में भाजपा विधायक निक्की हेंब्रम ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार इस तरह के टिप्पणी करते हैं और माफी मांगने से क्या उन्हें माफी कर देंगे
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंख्या नियंत्रण बाले बयान को लेकर विपक्ष उनके इस्तीफे की मांग पर अडा है। भाजपा के महिला विधायक और विधान पार्षद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार तीखा हमला बोल रही हैं। इसी कडी में भाजपा विधायक निक्की हेंब्रम ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार इस तरह के टिप्पणी करते हैं और माफी मांगने से क्या उन्हें माफी कर देंगे।
उन्होंने कहा कि क्योंकि जिस तरह से वह महिलाओं को लेकर टिप्पणी करते हैं यह सरासर गलत है और उन्हें राजनीतिक संन्यास ले लेना चाहिए। महिला मंत्रियों के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बचाव में उतरने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें यह सब बातें अच्छे लगते हैं। वहीं, भाजपा विधान पार्षद निवेदिता सिंह ने चैलेंज किया है कि मुख्यमंत्री ने सदन में जिस भाषा का इस्तेमाल किया अगर वह किताब में लिखा होगा तो वे राजनीति छोड़ देंगी।
उन्होंने कहा कि जदयू के लोगों में कोई लाज हया बची नहीं है। वे लाज बचाने के लिए बायलॉजी की किताब लेकर विधानसभा में घूम रहे हैं। जिस किताब को लेकर जदयू के लोग घूम रहे हैं वह किताब पढ़कर ही हम लोग सदन में आए हैं। पाठ्यक्रम सदन में पठाने की जगह नहीं है। उस विद्यालय के वीसी मुख्यमंत्री बन जाएं और उसके प्रिंसिपल अशोक चौधरी को बना दें। सदन में आने की जरुरत क्या है। सभी सेक्स विद्यालय खोलवा दें और उस पाठ्यक्रम को पढाने का काम करें।
उन्होंने कहा कि जिस तरह की भाषा सदन के भीतर मुख्यमंत्री ने इस्तेमाल की अगर उस तरह की भाषा लेसी सिंह और शीला मंडल किसी भी किताब में दिखा दें, उसी दिन से राजनीतिक छोड़ दूंगी। बिहार सरकार की जो ओछी मानसिकता है, उसे दर्शाने का काम बिहार के मुख्यमंत्री के साथ साथ सरकार में शामिल विधायक भी कर रहे हैं। जो पाठ्यक्रम स्कूलों में पढ़ाया जाता है और जिसे पढ़कर सभी लोग सदन में पहुंचे हैं उस किसे पढ़ाना चाह रहे हैं।
जहां बिहार के विकास की चर्चा होनी चाहिए वहां बायलॉजी की किताब पढ़ाई जा रही है। सभी अपने मुख्यमंत्री का बचाव कर रहे हैं। उनका काम ही है सरकार को बचाने के लिए हुआं-हुआं करना। मुख्यमंत्री ने कैसे महिलाओं की इज्जत को सदन के भीतर तार-तार किया उसे पूरा देश जान चुका है।