महाराष्ट्र में पवार की एनसीपी में टूट के बाद अब बिहार में सियासत तेज, चिराग और रालोजद प्रमुख कुशवाहा का बड़ा दावा- जदयू में टूट जल्द!
By एस पी सिन्हा | Updated: July 3, 2023 15:37 IST2023-07-03T15:35:01+5:302023-07-03T15:37:39+5:30
बिहार में नेता प्रतिपक्ष अपने भाजपा विधायकों को लेकर महागठबंधन में शामिल होने वाले हैं। जबकि भाजपा ने दावा किया है कि जल्द ही जदयू में भी महाराष्ट्र की झलक दिखाई दे सकती है।

file photo
पटनाः महाराष्ट्र में शरद पवार की पार्टी एनसीपी में टूट के बाद अब बिहार में भी सियासत गर्मा गई है। महागठबंधन और भाजपा में टूट के दावे किए जाने लगे हैं। सोमवार को जदयू पार्टी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से किए गए एक पोस्ट में कहा गया कि बिहार में महाराष्ट्र जैसे हालात बन रहे हैं।
इसका तो मतलब यह हुआ कि बिहार में नेता प्रतिपक्ष अपने भाजपा विधायकों को लेकर महागठबंधन में शामिल होने वाले हैं। जबकि भाजपा ने दावा किया है कि जल्द ही जदयू में भी महाराष्ट्र की झलक दिखाई दे सकती है। इसके साथ ही चिराग पासवान और रालोजद प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने बड़ा दावा है।
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि कांग्रस में भी एक बड़ी टूट होने वाली है। कांग्रेस का एक बड़ा धड़ा एनडीए में शामिल होने को तैयार बैठा है। कांग्रेस पार्टी में काफी नाराजगी है। जदयू के लोग सिर्फ नीतीश कुमार का नेतृत्व देखकर कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। लेकिन दोनों दलों के नेता एनडीए के संपर्क में हैं।
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि वक्त आने पर सभी लोग एनडीए में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कहीं जदयू से पहले ही बिहार कांग्रेस में खेला न हो जाए। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि ये सही जानकारी है और जल्द ही बिहार की सियासत में ये बड़ा 'खेला' होने वाला है।
वहीं, चिराग पासवान ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि एनसीपी की तरह नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में भी बड़ी टूट होने वाली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी में टूट का डर सताने लगा है। लिहाजा वे विधायकों और सांसदों के साथ वन-टू-वन बातें कर रहे हैं।
वहीं, विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि बिहार में भी ये स्थिति होने वाली है इसलिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पहले नीतीश कुमार विधायकों से बात नहीं करते थे, लेकिन अब पार्टी में टूट जैसे हालात से बचने के लिए अपने विधायकों और सांसदों से वन-टू-वन मुलाकात कर रहे हैं।
बचौल ने कहा कि जहां जनमत का अपमान होता है, वहां ऐसी ही स्थिति उत्पन्न होती है। जदयू के विधायक और सांसद भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। लिहाजा जदयू के अधिकतर विधायक और सांसद अपनी भविष्य की चिंता को लेकर भाजपा के संपर्क में हैं।