Bihar Assembly Session:बिहार विधानसभा के बजट सत्र के 17वें दिन सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्षी सदस्यों जमकर हंगामा किया। बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी सदस्य वेल तक पहुंचकर विरोध प्रकट किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने विपक्षी सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रश्नकाल के बाद विधायक अपनी बात रखेंगे, आपकी बात सुनी जायेगी। भारी शोरगुल के बीच विधानसभा अध्यक्ष प्रश्नोत्तर काल शुरू करा दिया।
इसी बीच भाकपा-माले विधायकों ने सदन में सिया और सुन्नी के अलग-अलग कब्रिस्तान की मांग पर हंगामा करना शुरू कर दिया। 18 मिनट में दूसरी बार विपक्ष के विधायक वेल में पहुंच गए। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद विपक्षी सदस्य अपनी सीटों पर लौट आए।
वहीं मंत्री विजेंद्र यादव ने राजद विधायक भाई वीरेंद्र को फटकार लगा दी। दरअसल, राजद विधायक ललित यादव के द्वारा पुलिस महकमे से जुड़े सवाल पूछे जाने के बाद भाई वीरेंद्र ने हस्तक्षेप किया। भाई वीरेंद्र के इस रवैये से नाराज मंत्री विजेंद्र यादव ने उन्हें फटकार लगा दी।
विजेंद्र यादव ने तंज कसते हुए कहा कि क्या आप ज्यादा काबिल हैं?” वहीं, विधानसभा में विपक्षी विधायकों ने कब्रिस्तान की घेराबंदी के मुद्दे पर सरकार से सवाल किया। उन्होंने मांग की कि सरकार कब्रिस्तानों की घेराबंदी की समय सीमा निर्धारित करे और नए कब्रिस्तानों को सूचीबद्ध करने के लिए सर्वे कब किया जाएगा, इसकी जानकारी दे। गृह विभाग के प्रभारी मंत्री विजेंद्र यादव ने बताया कि जिलाधिकारी और एसपी को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
सरकार के इस जवाब से विपक्षी विधायक संतुष्ट नहीं हुए और सभी विधायक वेल में पहुंच गए। नाराज विधायकों ने वेल में नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हंगामा क्यों कर रहे हैं? अगर सदन नहीं चलने देना चाहते हैं तो कहिए, बंद कर दें?
विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद विपक्षी विधायक अपनी सीटों पर लौट आए। वहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने मदरसा निर्माण के संबंध में एक सवाल पूछा। इस पर मंत्री जमा खां ने जवाब दिया कि मदरसा का निर्माण करवाया जा रहा है और कई स्थानों पर यह प्रक्रिया जारी है।
उधर, सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष के विधायकों ने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर विधानसभा के बाहर हंगामा किया और विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश की। विपक्षी सदस्य बिहार में बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने, आरक्षण के मुद्दे समेत अन्य मामलों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया।
विपक्षी सदस्यों की कहना था कि बिहार की सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है और हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। विधायकों का कहना था कि अपराधी तांडव कर रहे हैं लेकिन सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है।