विश्व चैंपियन सिंधु का स्वदेश लौटने पर जोरदार स्वागत, कहा- आगे और कड़ी मेहनत करूंगी
By भाषा | Published: August 27, 2019 11:53 AM2019-08-27T11:53:34+5:302019-08-27T11:53:34+5:30
सिंधु ने रविवार को टूर्नामेंट के फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर विश्व चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
नई दिल्ली, 27 अगस्त। भारत की पहली विश्व बैडमिंटन चैंपियन पी वी सिंधु का स्वदेश लौटने पर जोरदार स्वागत किया गया और उन्होंने भी वादा किया कि वह अधिक से अधिक पदक जीतने के लिये आगे और कड़ी मेहनत करेगी। ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु ने स्विट्जरलैंड के बासेल में रविवार को जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर खिताब जीता।
वह जब सोमवार को राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद के साथ हवाई अड्डे पर पहुंची तो लोगों ने उन्हें घेर दिया। व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद सिंधु ने सहनशीलता दिखायी। इस 24 वर्षीय खिलाड़ी के चेहरे पर मुस्कान थी तथा उन्होंने हवाई अड्डे पर मौजूद समर्थकों और मीडिया को पूरी तवज्जो दी।
सिंधु से एक साथ कई सवाल पूछे गये, उन्होंने कहा, ‘‘मैं वास्तव में खुश हूं। मुझे अपने देश पर बहुत गर्व है। इस जीत का लंबे समय से इंतजार था और मैं इससे बहुत खुश हूं।’’
#WATCH: #PVSindhu after becoming the first Indian shuttler to win BWF World Championship: I wish I'll get many more medals for this country. I would like to thank all my fans. It is because of their blessings & love that I am here today. pic.twitter.com/A4mJCvgJ0A
— ANI (@ANI) August 26, 2019
Delhi: #PVSindhu welcomed at IGI Airport on her return from Switzerland after winning the BWF World Championships, the first-ever Indian shuttler to achieve the feat; says, "a great moment for me. I am really very proud to be an Indian". pic.twitter.com/i5NkxHclaR
— ANI (@ANI) August 26, 2019
इस हैदराबादी को विश्व चैंपियन बनने के बाद विश्राम का कम समय मिला। आज वह खेल मंत्री कीरेन रीजीजू से मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने जाएंगी।
सिंधु से पूछा गया कि अब ओलंपिक में एक साल से भी कम समय रह गया है तब उनकी क्या योजनाएं हैं, उन्होंने कहा, ‘‘मैं कड़ी मेहनत करूंगी और अधिक से अधिक पदक जीतने की कोशिश करूंगी।’’
सिंधु ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान भावुक पलों को भी बयां किया। जब राष्ट्रगान बज रहा था तो उनकी आंखों में आंसू छलक आये थे। वह इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में दो बार रजत और दो बार कांस्य पदक जीत चुकी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे आंसू निकल आये और भावनाएं मुझ पर हावी थी। यह मेरे लिये शानदार क्षण था। मेरे सभी प्रशंसकों का आभार। आपकी दुआओं से ही यह संभव हो पाया। मैं अपने कोच गोपी सर और किम (जी ह्यून) का आभार व्यक्त करना चाहूंगी। उन्होंने काफी प्रयास किये और मेरे खेल में कुछ बदलाव किये।’’ दक्षिण कोरिया के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी किम इस साल के शुरू में गोपीचंद की सिफारिश पर कोचिंग स्टाफ में जुड़े थे।