प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत यात्रा पर आ रहे हैं। 24 और 25 फरवरी को ट्रंप की भारत यात्रा पर उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप भी साथ होंगी। अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर राष्ट्रपति कहा जाता है। उनकी इस ताकत का एक हिस्सा राष्ट्रपति के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कार भी होती है। तो आपको बताते हैं ट्रंप के पावरफुल कार की खासियत....
ट्रंप के भारत आने से पहले उनकी कार 'द बीस्ट' भारत पहुंच चुकी है। इसके बारे में कहा जाता है कि इसकी तरह दुनिया में कोई दूसरी कार नहीं है। यही वजह है कि ट्रंप जब भी कहीं दूसरे देशों का दौरा करते हैं तो उनकी ये कार वहां पहुंचा दी जाती है। इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित कार कहा जाता है। राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लिमोजिन कार को नए सिरे से तैयार किया गया था और यह आधुनिक हथियारों से लैस है।
ढांचा और चेसिसट्रंप की कार का ढांचा 5 इंच की मोटी स्टील, एल्युमिनियम, टिटेनियम और सिरेमिक से बना है। किसी भी तरह के बम धमाके से बचने के लिए कार की चेसिस में स्टील प्लेट लगाई गई है।
शीशेकार में 5 इंच मोटी लेयर वाले ग्लास लगे हैं जो किसी भी तरह की गोली को झेलने में सक्षम हैं। हालांकि ड्राइवर की तरफ वाली खिड़की में 3 इंच मोटे ग्लास लगे हैं जिससे ड्राइवर इमरजेंसी के दौरान सर्विस एजेंट से संपर्क कर सके।
दरवाजे और तेल टैंककार में 8 इंच मोटे दरवाजे दिए गए हैं और ये दरवाजे एक बार बंद हो जाए तो इन पर किसी भी हमले का कोई असर नहीं होता है। हमले और धमाके के दौरान तेल टैंक में आग न लगे इसके लिए इसमें विशेष फोम वाला फुल प्रूफ टैंक होता है।
टायरइस कार के लिए ऐसे टायर बनाए जाते हैं जो पंचर न हो। अगर हमले या गोलीबारी में टायर फट भी जाए तो पहियों में लगी स्टील की रिम कार की रफ्तार को कम नहीं होने देती है।
इस कार में कई तरह की आधुनिक बंदूकें लगी रहती हैं और एक खास बंदूक होती है जो हमला करने वाले पर आग फेंकती है। कार में फायर फाइटिंग उपकरण, आंसू गैस और स्मोक स्क्रीन मौजूद होता है जो आपात स्थिति में कार को बचाने में मदद करता है। कार में राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप से मैच करता हुआ ब्लड हमेशा एक रेफ्रिजरेटर में रखा रहता है।
ड्राइवरइस कार को चलाने वाला ड्राइवर एक जाबांज कमांडो होता है। यह ड्राइवर किसी भी हालत में कार को चलाने में सक्षम होता है। ड्राइवर के केबिन को कांच से अलग रखा जाता है।